नयी दिल्ली, (वार्ता) जेल के कैदियों और सुधार गृहों में रहने वाले बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने की अपनी पहल को आगे बढ़ाते हुये सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल ने ‘परिवर्तन – जेल से गौरव’ के चौथे चरण का शुभारंभ किया है।
कंपनी की शुक्रवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार इंडियन आयल के अध्यक्ष ए एस साहनी ने आज इंडियन ऑयल की इस पहले के चौथे और ‘नयी दिशा – भविष्य को फिर से परिभाषित करना’ के चरण छह का शुभारंभ किया।
इस पहल में, इंडियन ऑयल 28 जेलों और 14 सुधार गृहों में 1650 से अधिक व्यक्तियों के जीवन में सुधार के कार्यक्रम चलाने जा रहा है।
विज्ञप्ति में श्री साहनी के हवाले से कहा गया है कि उन्हें इस बात पर बेहद गर्व है कि इंडियन ऑयल कैदियों को दूसरा मौका दे रहा है और खेल के रूप में उन्हें उद्देश्य दे रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले 38 महीनों में, ये कार्यक्रम 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 150 स्थानों तक पहुँच चुके हैं। 7,300 से अधिक लोगों के जीवन प्रभावित हुये हैं और ये प्रयास इंडियन ऑयल के ‘राष्ट्र पहले’ के सिद्धांत के अनुरूप हैं, जो व्यवसाय से परे जाकर सबसे कमजोर लोगों की सहायता करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
श्री साहनी ने कहा, “ इन सराहनीय पहलों के अलावा, हम अपनी उम्मीद-ए-होप परियोजना के माध्यम से भी जीवन बदल रहे हैं। राज्यों के जेल विभागों के सहयोग से, हमने वर्तमान और पूर्व कैदियों द्वारा संचालित पेट्रोलियम ईंधन स्टेशन स्थापित किये हैं। इसके अतिरिक्त, पिछले साल नयी दिल्ली में इंडियन ऑयल के ईंधन स्टेशन पर पहला ‘तिहाड़ जेल स्टोर ’(टीजे) खोलना हाशिये पर पड़े समुदायों को मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुआ है। ”
परिवर्तन – जेल से गौरव 15 अगस्त, 2021 को आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत शुरू किया गया।
इंडियन आयल कैदियों के प्रति अपने सुधार कार्यों के तहत अब दस खेलों के माध्यम से 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 192 स्थानों पर सुधार गृहों में 8950 से अधिक कैदियों और बच्चों को सशक्त बना रहा है। यह पहल न केवल खल-कूद की कोचिंग की सुविधा प्रदान करती है, बल्कि प्रतिभागियों के लिये उपकरण और किट भी प्रदान करती है।