इंदौर: नीमच में फिल्मी स्टाइल में अपहरण करने के मामले में कलेक्टर ने इंदौर में तहसीलदार जगदीश रंधावा को हटा दिया है. उन्हें फिलहाल जांच होने तक भू अभिलेख कार्यालय अटैच किया है. वहीं दूसरी ओर रंधावा और 5 पांच पटवारियों को पुलिस ने गिरफतार कर लिया है.नीमच जिले की जावद जनपद पंचायत के सीईओ आकाश धुर्वे का अपहरण कर लिया गया था. इसकी जानकारी मिलते ही तुरंत पुलिस टीम अलर्ट मोड पर आ गई.
कंट्रोल रूम से मध्यप्रदेश और राजस्थान के जिले की पुलिस को खबर पहुंचाई गई कि एक स्कार्पियो में बैठाकर अज्ञात व्यक्ति एक अधिकारी का अपहरण कर ले गए. उज्जैन पुलिस भी अलर्ट थी, नागदा में नाकेबंदी कर स्कार्पियों को रोका गया. मौके पर जमा भीड़ को खदेड़ कर स्कार्पियों सहित पुलिस ने संदिग्ध लोगों को छुडाया और थाने लेकर आई. थाने लाने पर जानकारी सामने आई के इंदौर में पदस्थ तहसीलदार जगदीश रंधावा और पांच पटवारी और एक युवती का अपहरण करने में मुख्य रोल है. पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है. कलेक्टर आशीष सिंह को जानकारी मिलने के बाद तहसीलदार रंधावा को उन्होंने पद से हटाकर फिलहाल भू अभिलेख कार्यालय अटैच कर दिया है. आगे उन पर फिर दर्ज होने कर निलंबन की कारवाई भी हो सकती है.
पर्दे के पीछे की कहानी यह है…
बताया जा रहा है कि सीईओ आकाश धुर्वे को वर्ष 2015 में उन्हीं के गांव गंगधार जिला धार मध्यप्रदेश की एक युवती से प्यार हो गया था. कुछ साल तक प्रेम प्रसंग चला और ब्रेकअप हो गया. 2023 में फिर से सीईओ और उस युवती का प्यार परवान पर चढ़ा और अंततः बुधवार को युवती सीईओ के घर आ गई. इससे परिजन आग बबूला हो गए और सीईओ को उठाने के लिए गुरूवार को नीमच आए और फिल्मी स्टाईल से सीईओ को स्कार्पियों से अपहरण कर ले जा रहे थे, तभी पुलिस की सक्रियता से नागदा में पकड लिए गए