जेल अधीक्षक सी.एल.प्रजापति के मार्गदर्शन में जिला जेल दमोह में आयोजित इस ध्यान शिविर में सन्यासी मां आरती राजदान, फिल्म निर्देशक व पटकथा लेखक श्री करन राजदान,ओशो सन्यासी मित्र मंडल दमोह से स्वामी चंदू राय, स्वामी दिग्विजय पटेल, स्वामी सुदामा प्रसाद पाठक, सन्यासी मां सुंदरम पटेल, सन्यासी मां मुनमुन मौर्य, कैलाश बौद्ध,बाबी राय,पूर्णेन्द्र राय, अधिवक्ता मनीष नगाईच, जेल शिक्षक ऋषिकांत शुक्ला व अन्य जेल स्टाफ उपस्थित था. शिविर में पधारे ओशो अनुयायियों ने बंदियों को संबोधित करते हुए कहा कि सद्गुरु ओशो ने आज के मनुष्य के लिए ध्यान की अद्भुत सौगात दी है.
मनुष्य चाहे तो ओशो की ध्यान पद्धति को अपनाकर अपने जीवन से दुःख, अशांति और मानसिक संताप को विदा कर सकता है.इस दौरान श्री करन राजदान ने भी अपने फिल्मी जीवन से जुड़े आनंदित पलों को साझा किया.जेल अधीक्षक सी.एल.प्रजापति ने बंदियों से कहा कि यदि हम ध्यान, प्रेम, प्रार्थना और स्वबोध के लिए कुछ क्षण निकाल सकें तो हमारे हृदय में आनंद की लहरें बह सकती हैं. तत्पश्चात् जेल में परिरुद्ध बंदियों को ठंड से बचाव के लिए आवश्यकता अनुसार कंबल,टोपा,इनर सेट आदि वितरित किए गये. कार्यक्रम के अंत में प्रत्येक बंदी को मिष्ठान व 2-2 लड्डू वितरित किए गये. कार्यक्रम के अंत में जेल अधीक्षक सी.एल.प्रजापति ने सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया,इस दौरान अन्य जेल स्टाफ भी उपस्थित रहा.