शिकायत के बाद भी अब तक ठोस कार्रवाई न किये जाने का आरोप, कलेक्टर के जनसुनवाई पहुंची शिकायत
सिंगरौली :देवसर जनपद पंचायत क्षेत्र के सरौंधा ग्राम पंचायत की शिकायत आज कलेक्ट्रोरेट में आयोजित जनसुनवाई में पहुंची है।ज्ञातव्य हो कि जिले के कई ग्राम पंचायतों में चेक डेम सहित अन्य निर्माण कार्यो में व्यापक पैमाने पर आर्थिक अनियमितता समेत गुणवत्ता विहीन कार्य कराये जाने की शिकायतें आये दिन जनपद एवं जिला पंचायत सीईओ के साथ-साथ एसडीएम व कलेक्टर के यहां की जा रही है। इसके बावजूद लाखों रूपये की लागत से बने चेकडेमों की जांच कर संबंधित जनों के विरूद्ध कार्रवाई करने के बजाय जिला पंचायत में उन्हें तारीख पर तारीख देकर केवल तलब किया जा रहा है। वही एक और मामला ग्राम पंचायत सरौंधा का आया है।
आरोप है कि देवसर विकासखंड क्षेत्र की सरौंधा ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव ने मौके पर बिना काम कराए ही पंचायत के खाते से निर्माण कार्यों की राशि निकाल ली। मामले की शिकायत जिला पंचायत सीईओ से लेकर कलेक्टर से की गई। लेकिन उनके द्वारा संबंधितजनों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। इसके बाद शिकायतकर्ता ने जनसुनवाई में पहुंच कलेक्टर से शिकायत कर सरपंच व अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सरपंच-सचिव और रोजगार सहायक शासन को लाखों रुपये का चूना लगाने में जुटे हैं। गौरतलब हैं कि देवसर विकासखंड में सभी पंचायत के निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
इन भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए जिला पंचायत पर आरोप है। यही वजह है कि निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार प्रमाणित होने के बाद भी कोई भी कार्यवाही नहीं होती। लिहाजा अब जनसुनवाई में शिकायत कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला तक पहुंचीं है। शिकायतकर्ता ने बताया कि सरौंधा पंचायत में भ्रष्टाचार की शिकायत जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र सिंह से की गई। लेकिन अभी तक सरपंच और अन्य संबंधित जनों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाए हैं कि सरपंच गुजरतिया देवी सहित अन्य ने बिना निर्माण कार्य कराए 4 लाख 17 हजार रुपये आहरण कर लिये। जहां शिकायत के बाद उक्त निर्माण कार्य के सम्बन्ध में उपयंत्री के प्रतिवेदन के आधार पर जिला पंचायत सीईओ ने वसूली की कार्यवाही के आदेश जारी किया गया था। लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नही कि गयी। गठित जांच टीम पंचायत में जाने से गुरेज कर रही है। इसके पीछे कारण क्या है। जांच टीम ही बता पाएगी।
शासकीय राशि का हुआ दुरुपयोग
शिकायतकर्ता ने बताया कि वर्ष 2023-2024 में 15वें वित्त से छेरीघट्वा नाला में चेक डेम के लिए 4 लाख 17 हजार रुपये, शिव मंदिर दुआरी में चबूतरा निर्माण के लिए 1.5 लाख रूपये निकाले। वहीं दो वर्षों में कार्यालय व्यय के नाम पर करीब 7 लाख 32 हजार रुपये का आहरण कर बंदर बांट कर लिया गया है।
उपयंत्री भी सवालों के कटघर्रे में
देवसर जनपद क्षेत्र में शासकीय निर्माण कार्य ना केवल गुणवत्ता विहीन हो रहे हैं। बल्कि उन निर्माण कार्यों के नाम से भी रकम भी आहरित की जा रही है। जहां कई जगह धरातल पर कार्य नही दिखे रहे। शिकायतकर्ता ने कहा कि सरपंच-सचिव अधिकारियों से साठ-गांठ करके मौके पर निर्माण कार्य कराए बगैर ही पंचायत के खाते से लाखों रुपये की राशि आहरण कर लेते है। कई कार्य अपूर्ण स्थिति में हैं। जिनका फर्जी मूल्यांकन जिम्मेदारों के द्वारा कर दिया गया है। मामले की जांच कराई जाए।