नवभारत
निंबाहेड़ा। दीपावली के बाद आने वाली पंचमी को जैन धर्म में बड़े महत्व के साथ मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान की देवी माता सरस्वती का पूजन करते हुए जाप साधना की जाती है। वर्तमान में जैन साधु संत कहीं ना कहीं चातुर्मास के दौरान विश्राम रत है। जहां भी वहां रुक कर धर्म ज्ञान प्रवचन दे रहे हैं उसे स्थान पर बुधवार को ज्ञान पंचमी अवसर पर बड़े कार्यक्रम आयोजित होंगे इसमें सरस्वती पूजन प्रमुख रहता है निंबाहेड़ा में जैन दिवाकरीय कैरियर श्रवण संज्ञा जैन सिद्धांताचार्य मधुर गायिका श्री प्रतिभा श्री जी महाराज साहब विराजित है। यहां पर बुधवार को प्रातः 9:00 बजे से सरस्वती जाप आयोजन रखा गया है। इस कार्यक्रम में सभी समाज के बंधु आमंत्रित है।