कटारा हिल्स के बगरौदा स्थित फैक्ट्री पर छापा
एटीएस और एनसीबी की संयुक्त कार्रवाई
भोपाल, 6 अक्टूबर. गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) और दिल्ली के मादक पदार्थ नियंत्रक ब्यूरो (एनसीबी) की संयुक्त टीम ने रविवार को भोपाल के कटारा हिल्स थानाक्षेत्र स्थित ग्राम बगरौदा की एक फैक्ट्री पर छापा मारा. टीम ने फैक्ट्री से 1814 करोड़ रुपए का करीब 900 किलोग्राम एमडी (मादक पदार्थ) जब्त किया है. एटीएस और एनसीबी ने इस मामले में भोपाल के अमित चतुर्वेदी और नासिक महाराष्ट्र के सान्याल बाने को हिरासत में लिया है. प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि करीब छह महीने पहले बंद पड़ी इस फैक्ट्री को किराए पर लिया गया था, जिसके बाद यहां मादक पदार्थ तैयार किया जा रहा था. राजधानी भोपाल और मध्यप्रदेश पुलिस को इस कार्रवाई की भनक तक नहीं लगी. एटीएस और एनसीबी की टीम ने फैक्ट्री से करीब पांच हजार किलोग्राम ड्रग्स बनाने की सामग्री (कच्चा माल) भी जब्त किया है. साथ ही ग्राइंडर और मोटर समेत अन्य मशीनरी समेत फैक्ट्री को सील कर दिया गया है. बताया जाता है कि एक आरोपी कुछ महीने पहले ही जेल से छूटकर बाहर आया था. वह मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद था. गुजरात एटीएस ने पिछले दिनों सूरत शहर में मादक पदार्थ के कारोबार से जुड़े कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद भोपाल की फैक्ट्री में एमडी बनाने की लिंक मिली थी. उसके बाद ही टीम ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की है. मंत्री की पोस्ट से एमपी पुलिस में हड़कंप गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने रविवार दोपहर अपने ट्विीटर हैंडल (एक्स) पर इस संयुक्त कार्रवाई की जानकारी पोस्ट की थी. उसके बाद भोपाल और मध्यप्रदेश पुलिस में हड़कंप मच गया. उसके पहले एमपी पुलिस इस कार्रवाई से अंजान थी. मंत्री संघवी ने पोस्ट में जानकारी दी कि गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) और मादक पदार्थ नियंत्रक ब्यूरो, दिल्ली ने अपने संयुक्त अभियान में मादक पदार्थों के खिलाफ बड़ी जीत हासिल की है. हाल ही में इन दोनों एजेंसियों ने एक संयुक्त अभियान के तहत भोपाल में एक कारखाने पर छापामार कार्रवाई की, जिसके बाद वहां से लगभग एक हजार 814 करोड़ रुपए की एमडी और उसके निर्माण में उपयोग आने वाला सामान जब्त किया गया. उन्होंने इस संयुक्त अभियान के लिए इन दोनों एजेंसियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये भारत को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने की दिशा में एक अहम कदम है. इस पोस्ट के बाद मध्यप्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पर जम कर ट्रोल हो रही है.