सैमसंग इनोवेशन के 350 छात्रों को मिला फ्यूचर-टेक स्किल्स सर्टिफिके
गोरखपुर, 21 सितंबर (वार्ता) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को यहां सैमसंग इंडिया के प्रमुख सीएसआर कार्यक्रम ‘सैमसंग इनोवेशन कैंपस’ ने गोरखपुर के दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में 350 छात्रों को सार्टिफिकेट प्रदान किये। इन छात्रों को कोडिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), बिग डेटा और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) के पाठ्यक्रम के लिये प्रमाणपत्र दिये गये।
यूनिवर्सिटी कैंपस में आयोजित समारोह में सैमसंग के अधिकारियों और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। उन्होंने छात्रों को प्रशिक्षण देने और उनका मार्गदर्शन करने में सहयोग किया। कुल 350 छात्रों को फ्यूचर टेक्नोलॉजी के अलग-अलग क्षेत्रों में सर्टिफिकेट दिए गए। इनमें कोडिंग और प्रोग्रामिंग में 150, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में 100, बिग डेटा में 50, और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) में 50 सर्टिफिकेट शामिल हैं।
सैमसंग 2024 में इस कार्यक्रम के तहत पूरे भारत में 3500 छात्रों को प्रशिक्षित करेगा। इस साल के अंत में, सैमसंग इनोवेशन कैंपस के सबसे बेहतरीन छात्रों को एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा, और उन्हें दिल्ली/एनसीआर में सैमसंग के केंद्रों का दौरा करने का मौका भी मिलेगा। इन यात्राओं के दौरान, वे सैमसंग की लीडरशिप टीम से मिल सकेंगे और उनसे मार्गदर्शन प्राप्त कर सकेंगे। इतना ही नहीं, राष्ट्रीय स्तर पर टॉप करने वाले छात्रों को सैमसंग गैलेक्सी बड्स, सैमसंग गैलेक्सी स्मार्टवॉच और सैमसंग के अन्य आकर्षक प्रोडक्ट्स भी दिए जाएंगे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमारे युवाओं के कौशल को बढ़ाना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। हम सैमसंग की इस पहल का स्वागत करते हैं, जो हमारे छात्रों को भविष्य की तकनीकों में बेहतरीन स्किल्स सीखने में मदद करेगी, जिससे उन्हें अच्छी नौकरियां मिलेंगी। सैमसंग कई सालों से उत्तर प्रदेश का मजबूत साथी रहा है, और यह कार्यक्रम हमारे संबंधों को और भी मजबूत करेगा।”
सैमसंग साउथवेस्ट एशिया के प्रेसिडेंट और सीईओ जेबी पार्क ने कहा, “सैमसंग पिछले लगभग 29 सालों से भारत में है, और उत्तर प्रदेश हमारे लिए मैन्युफैक्चरिंग और रिसर्च का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। अपने प्रमुख सीएसआर प्रोग्राम ‘सैमसंग इनोवेशन कैंपस’ के जरिए, हम देश के युवाओं को भविष्य की तकनीकी स्किल्स में प्रशिक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इससे डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने का हमारा सपना और मजबूत होगा।”
इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया की सीईओ डॉ. अभिलाषा गौड़ ने कहा, ” यह सहयोग भारत के युवाओं को भविष्य की नौकरियों के लिए जरूरी स्किल्स से लैस करने के हमारे साझा उद्देश्य को और मजबूत करता है। यह देखकर खुशी होती है कि यह कार्यक्रम पूरे देश में, यहां तक कि दूर-दराज के इलाकों में भी, युवा प्रतिभाओं तक पहुंच रहा है। इस पहल के जरिए हम युवाओं को सशक्त बनाना चाहते हैं और उन्हें कोडिंग और प्रोग्रामिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा, और इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसे क्षेत्रों में अवसर प्रदान करना चाहते हैं।”