नयी दिल्ली 29 अगस्त (वार्ता) केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया और खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने गुरुवार को ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ के अवसर पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को पुष्पांजलि अर्पित की।
आज यहां मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में आयोजित समारोह में श्री मंडाविया और सुश्री खडसे ने मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और ‘एक पेड़ माँ के नाम’ मुहिम के तहत वृक्षारोपण भी किया। इस दौरान दोनों मंत्रियों ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के अधिकारियों के साथ रस्साकशी और एक मैत्री फुटबॉल मैच भी खेला।
इस अवसर पर केन्द्रीय खेल मंत्री फिटनेस और स्वास्थ्य केे महत्व पर बल देते हुए कहा, “देश के नागरिक को फिट और स्वस्थ्य रहना चाहिए। एक स्वस्थ्य नागरिक ही स्वस्थ्य राष्ट्र का निर्माण करता है। 2047 में विकसित भारत के निर्माण के लिए हर नागरिक को स्वस्थ्य और फिट रहना आवश्यक है।”
उन्होंने कहा, “फिट रहने के लिए खेलों में शामिल होना जरूरी है। इसलिये सभी नागरिको को अपनी रूचि के अनुसार एक घंटे खेलना चाहिए। मैं आज एक घंटा फुटबॉल खेलूंगा।”
श्रद्धांजलि देने के बाद, डॉ. मंडाविया और सुश्री खडसे फिटनेस और खेल के संदेश को बढ़ावा देने के लिए जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम गए। वहां एक सभा को सम्बोधित करते हुए डॉ. मंडाविया ने अपना संदेश दोहराया और सभी नागरिकों से राष्ट्रीय खेल दिवस पर कम से कम एक घंटा आउटडोर खेलों के लिए समर्पित करने का आग्रह किया, जो पूरे भारत में खेल और शारीरिक फिटनेस की संस्कृति को बढ़ावा देने की व्यापक पहल को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ‘जो खेलेंगे, वो खिलेंगे’ के दृष्टिकोण के अनुरूप, हम सभी को खेलों को सक्रिय रूप से अपनाना चाहिए। दुनिया भर में सबसे युवा देशों में से एक के रूप में, खेलों के जरिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखना हमारी प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है।”
उन्होंने नागरिकों के स्वास्थ्य और पर्यावरण को लेकर साइकिल चलाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा, “साइकिल चलाना न केवल सबसे अच्छा व्यायाम है, बल्कि यह छोटी दूरी के लिए परिवहन का एक पर्यावरण-अनुकूल साधन भी है। यह ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों के खिलाफ एक शक्तिशाली उपकरण है। साइकिल चलाना प्रदूषण का सबसे अच्छा समाधान है।”
उल्लेखनीय है कि हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के रुप में मनाया जाता है। ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1905 को प्रयागराज में हुआ था। उन्हें हॉकी के जादूगर के नाम से भी जाना जाता है।