’25 अगस्त को जलगांव में पीएम मोदी 11 लाख दीदियों को लखपति का सर्टिफिकेट भेंट करेंगे’
मोदी जी के नेतृत्व में नए भारत का उदय हो रहा है: श्री शिवराज सिंह चौहान
भोपाल- 18 अगस्त 2024
केन्द्रीय कृषि व किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को विदिशा लोकसभा क्षेत्र के इछावर में तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। लाड़कुई से भैरूंदा तक के 20 किलोमीटर की इस तिरंगा यात्रा में लगभग 10 हजार किसान शामिल हुए। वहीं श्री चौहान ने भैरूंदा में विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण कर जनसभा को संबोधित किया। साथ ही उन्होंने सीएम राइज़ स्कूल के छात्रों से संवाद किया और स्कूल बस का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने लाड़ली बहनों से भी संवाद किया।
श्री चौहान ने कहा कि खेती अर्थव्यवस्था की रीढ़ और किसान उसकी आत्मा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी नेतृत्व में किसान कल्याण केंद्र सरकार की प्राथमिकता है और खेती एवं गांव को विकसित करना हमारा संकल्प है।
केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान ने कहा कि, लाड़ली बहना के बाद हमारी अगली मंजिल है लखपति दीदी अभियान। हर बहन को लखपति क्लब में शामिल करना है। लखपति दीदी मतलब बहनों की सालाना आय 1 लाख रूपए से ज्यादा हो। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का संकल्प है कि 3 करोड़ बहनों को लखपति बनाना है। श्री चौहान ने कहा कि 25 अगस्त को प्रधानमंत्री जी महाराष्ट्र के जलगांव जा रहे हैं। यहां लखपति दीदियों का बड़ा कार्यक्रम किया जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी 11 लाख दीदियों को लखपति का प्रमाण पत्र वितरित करेंगे।
केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को भोपाल में करुणाधाम आश्रम द्वारा आयोजित वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में सहभागिता कर पौधरोपण किया। इस दौरान श्री चौहान ने कहा कि जब जीवन में आप रोज कोई काम करते हो तो वो साधना बन जाता है। कोई भी पवित्र काम जो दूसरों के लिए उपयोगी हो वो साधना है, वही तपस्या है। वृक्षारोपण भी एक तपस्या है और आज तो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी आह्वान किया कि, “एक पेड़ माँ के नाम” तो ऐसे ही धरती बचेगी और इसलिए इससे पवित्र कोई और काम नहीं हो सकता है। वृक्षारोपण अत्यंत पवित्र कार्य है, ये धरती केवल अपने लिए ही नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी है। भौतिक प्रगति की चाह में हमने इसका शोषण कर लिया और इसलिए अब क्लाइमेट चेंज, ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्याएं हमारे सामने हैं। इसलिए मेरे मन में भाव आया कि, मैं हर दिन एक पेड़ लगाऊंगा।