दो साल में एक भी बार कंठाल नदी पुर नहीं आई, अब शेष बचे सावन से उम्मीद
सुसनेर, 26 जुलाई. वर्षाकाल चल रहा है, सावन की भी शुरुआत हो चुकी है, लेकिन अभी तक मात्र सुसनेर में 8 इंच बारिश ही दर्ज की गई है, जो कि औसत के मान से भी बहुत कम है. 2 सालों से शहर की जीवनदायिनी कंठाल नदी भी पुर नहीं आई है.
नगरवासियों ने उज्जैनी मनाकर इंद्र देव को प्रसन्न करने का प्रयास भी कर लिया, किंतु उसके बाद भी बारिश में कोई खास बढ़ोतरी नही हुई. जबकि बीते वर्षों में सावन माह के दौरान 20-25 इंच के लगभग तो बारिश दर्ज हो ही जाती थी. यदि क्षेत्र में सावन के माह में भी पर्याप्त मात्रा में बारिश नहीं होती है. तो फिर सूखे के हालात बन सकते हैं. उधर, बारिश की लंबी खेंच के चलते किसान भी चिंतित हो रहे हैं. उन्हें डर है कि कई दोबारा से बोवनी न करना पड़ जाए. पूरे नगर की प्यास बुझाने वाले क्षेत्र के सबसे बड़े जलाशय कीटखेड़ी बांध भी लबालब नहीं हुआ है, जिसके कारण आने वाले समय में नगर की नल जल योजना भी प्रभावित हो सकती है. जल संसाधन विभाग के अधीन आने वाले दर्जन भर जलाशयों में अभी तक पर्याप्त मात्रा में पानी जमा नहीं हो पाया है.
नदी नाले भी नहीं आए उफान पर…
नगर में झमाझम बारिश का दौरा अभी तक शुरू नहीं हुआ है. रूक-रूक कर बारिश हो रही है. कभी-कभी 3 से 4 दिनों तक भी बारिश नहीं होती है. इसलिए नदी नाले भी उफान पर नहीं आए हैं. प्रर्याप्त वर्षा नहीं होने के कारण फसलें सूखने की कगार पर आने लगी है, तो वहीं जलस्त्रोतों में भी जल स्तर नहीं बढ़ा है.