नाटो महासचिव ने चीन पर लगाया आरोप

टोक्यो, 01 जुलाई (वार्ता) नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने चीन पर द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़े सैन्य संघर्ष को भड़काने का आरोप लगाया है।

उन्होंने जापानी अखबार योमिउरी को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि रूस चीन से आयातित उन्नत तकनीक की सहायता से मिसाइलों और ड्रोन का उत्पादन कर रहा है, जो बीजिंग को सबसे बड़े संघर्ष को भड़काने के लिए जिम्मेदार बनाता है।

महासचिव ने कहा कि चीन पर दबाव बढ़ाने और क्षेत्र को स्थिर करने के लिए जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड के बीच सहयोग को मजबूत करने की सख्त जरूरत है।

श्री स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि ताइवान के इर्द-गिर्द संकट की स्थिति में, नाटो उत्तरी अमेरिकी और यूरोपीय गठबंधन की अपनी स्थिति बनाए रखेगा। अधिकारी ने कहा कि नाटो चीन को प्रतिद्वंद्वी के रूप में नहीं देखता है, लेकिन फिर भी उसके व्यवहार को गठबंधन के मूल्यों, हितों और सुरक्षा को चुनौती देने वाला मानता है।

श्री स्टोलटेनबर्ग का बयान अमेरिका चीन पर रूस के साथ संबंध सुधारने का आरोप लगाने के बीच आया है। साथ ही यह भी आरोप लगा रहा है कि बीजिंग यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान का समर्थन कर रहा है। चीन और रूस ने अमेरिका के दावों को खारिज कर दिया है और अपने द्विपक्षीय संबंधों की आर्थिक प्रकृति पर जोर दिया है। जापानी जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने पिछले मई में कहा था कि उनका देश गठबंधन के साथ परामर्श की सुविधा के लिए टोक्यो में नाटो संपर्क कार्यालय खोलने के लिए बातचीत कर रहा है। बहरहाल, 75वां नाटो शिखर सम्मेलन 09-11 जुलाई को वाशिंगटन में होगा।

Next Post

दक्षिण कोरिया कम जन्म दर की समस्या से निपटने के लिए नया मंत्रालय बनाएगा

Mon Jul 1 , 2024
सोल, 01 जुलाई (वार्ता) दक्षिण कोरिया जनसांख्यिकी पर एक नया मंत्रालय स्थापित करेगा, जिसका काम कम जन्म दर और तेजी से बढ़ती उम्रदराज आबादी से निपटना होगा। दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी योनहाप ने सोमवार को बिना नाम उजागर किये अज्ञात अधिकारियों के हवाले से बताया कि इस संबंध में […]

You May Like