बेंगलुरु 28 जून ( वार्ता) ज्यादा से ज्यादा उद्योगों द्वारा एआई अपनाए जाने के साथ एआई से संबंधित नौकरियों की सबसे ज्यादा मांग मशीन लर्निंग और पायथन के लिए हो रही है।
ग्लोबल हायरिंग प्लेटफॉर्म इनडीड ने आज भारत में एआई नौकरियों के सबसे ज्यादा मांग वाले कौशलों के आँकड़े जारी किए। सबसे ज्यादा मांग में रहने वाले सर्वोच्च 5 कौशल में मशीन लर्निंग, पायथन, एआई कोर स्किल्स, कम्युनिकेशन स्किल्स और नैचुरल लैंग्वेज़ प्रोसेसिंग शामिल है।
भारत में एआई का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। नैसकॉम एवं बीसीजी के अनुसार यह 25 से 35 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) के साथ 2027 तक 17 अरब डॉलर तक पहुँच जाएगा। इस तेज विस्तार के कारण कौशल की कमी भी बढ़ रही है और कंपनियों को आवश्यक विशेषज्ञता वाले योग्य प्रोफेशनल्स को तलाशने में संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है, जो इन विकसित होती हुई टेक्नोलॉजीज़ का क्रियान्वयन व प्रबंधन कर सकें। इस कमी को दूर करने और एआई के युग में आगे बढ़ने के लिए नौकरी तलाशने वालों के लिए यह जरूरी है कि वो सबसे ज्यादा मांग में रहने वाले एआई कौशलों के प्रति जागरुक रहें और उन्हें हासिल करें।
इनडीड के आँकड़ों के अनुसार भारत में 42 प्रतिशत जनरेटिव एआई नौकरियों के लिए ‘‘मशीन लर्निंग’’ की मांग की गई, जबकि 40 प्रतिशत के लिए ‘‘पायथन’’ के कौशल की मांग की गई। पायथन एआई और मशीन लर्निंग में अपने लचीलेपन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। एआई कोर स्किल्स और कम्युनिकेशन स्किल्स की भी काफी मांग रही, जिनमें क्रमशः 36 प्रतिशत और 23 प्रतिशत नौकरियों की मांग रही। मांग में रहने वाले अन्य कौशलों में नैचुरल लैंग्वेज़ प्रोसेसिंग (20 प्रतिशत), टेंसरफ्लो (19 प्रतिशत) और डेटा साईंस (17 प्रतिशत) हैं।