ग्वालियर:आज के दिन ग्रह-नक्षत्रों से तीन बड़े शुभ संयोग बन रहे हैं। जो अखंड सौभाग्य की कामना से व्रत रखने वाली महिलाओं और शनि भक्तों के लिए मंगलकारी होंगे। इस दिन किए गए तीर्थ स्नान, दान या पवित्र नदी के जल से नहाने से कई गुना पुण्य फल मिलता है। इस पर्व पर जरुरतमंद लोगों को भोजन और जल दान करने से कभी न खत्म होने वाला पुण्य मिलता है।
सुहागिनों का पर्व है वट सावित्री
वट सावित्री अमावस्या सुहागिनों के लिए खास दिन होता है। इसी दिन सावित्री ने इसी पूजा से यमदेव को प्रसन्न कर पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा की थी। पति की लंबी उम्र और परिवार की समृद्धि के लिए अमावस्या पर महिलाएं बरगद के पेड़ पर जल चढ़ाकर उसके तने पर कच्चा धागा लपेटती हैं। फिर वट वृक्ष की पूजा करती हैं। इसके बाद सौभाग्य और समृद्धि की कामना से पेड़ की परिक्रमा करती हैं।