
इंदौर. शहर में घरेलू गैस वितरण में अनियमितताओं का बड़ा मामला सामने आया है. खाद्य विभाग ने चार एजेंसियों पर संयुक्त कार्रवाई कर सैकड़ों सिलेंडर जब्त किए और जिम्मेदारों पर प्रकरण दर्ज कराया.
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की टीम ने अलग-अलग इलाकों में संचालित चार गैस एजेंसियों पर छापेमारी कर गंभीर अनियमितताएं पकड़ीं. टीम ने स्टॉक में भारी अंतर, अवैध रीफिलिंग, बिना अनुमति रहवासी क्षेत्रों में गोदाम संचालन और रिकॉर्ड में गड़बड़ी जैसे मामले देखकर कई जगह सिलेंडर जब्त किए और जिम्मेदारों के खिलाफ केस दर्ज किया. विजयनगर स्थित महामाया गैस एजेंसी पर सीएम हेल्पलाइन की शिकायत के बाद कार्रवाई की गई. जांच में स्टॉक मेल नहीं खाने और घनी आबादी के बीच गोदाम मिलने पर उसे शिफ्ट करने के निर्देश दिए. गड़बड़ी को लेकर प्रोपराइटर निपेंद्रसिंह और मैनेजर कविता शुक्ला के खिलाफ मामला दर्ज किया. इसी तरह तिलकनगर स्थित अरिहंत गैस एजेंसी में हॉकर द्वारा एक सिलेंडर से दूसरे में गैस भरना पाया गया. एजेंसी की गाड़ी से 17 भरे और 20 खाली सिलेंडर जब्त हुए. आगे जांच में 14.2 किलो के 18 भरे, 120 खाली, 19 किलो के 160 भरे, 51 खाली, 10 किलो के 2 भरे–2 खाली और 5 किलो के कई गैर-घरेलू सिलेंडर भी जब्त किए है, इसके बाद प्रोपराइटर विवेक जैन, हॉकर दीपक पिपलोदे और ड्राइवर मिथुन कलमे पर एफआईआर दर्ज कराई है. वहीं राऊखेड़ी स्थित तेज इंडेन गैस एजेंसी की गाड़ी एमपी 09-जीएच-9604 के चालक नीलेश धाकड़ को दूसरों को सिलेंडर सप्लाई करते पकड़ा. वाहन से 19 किलो के 27 भरे और 12 खाली सिलेंडर जब्त किए गए. एजेंसी की जांच में गंभीर खामियां मिलीं, जिसके चलते 19 किलो के 158 भरे, 208 खाली, 47.5 किलो के 16 खाली, 1 भरा तथा 5 किलो के 4 भरे और 10 खाली सिलेंडर जब्त किए. एजेंसी पार्टनर अरुण रावल, संजीव मुदलियार, प्रबंधक अरविंद उर्फ विपुल मालवीय, सहायक प्रबंधक मेघराज विश्वकर्मा और ड्राइवर नीलेश धाकड़ पर केस दर्ज हुआ है. निपानिया स्थित एनडी एचपी गैस में स्टॉक रजिस्टर, मूल्य प्रदर्शन बोर्ड, उपभोक्ता सूची और स्टॉक बोर्ड तक नहीं मिले. रिकॉर्ड न रखने और नियम खिलाफ संचालन पर सिलेंडर जब्त करते हुए संचालक गौरीशंकर चौधरी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया. खाद्य विभाग का कहना है कि कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और नियम विरुद्ध तरीके से गैस वितरण करने वालों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे.
