भोपाल। अवधपुरी में मुनि श्री प्रमाण सागर महाराज ने कहा कि जीवन का उद्देश्य केवल सफलता नहीं, बल्कि सार्थकता होना चाहिए। सफलता की अंधी दौड़ में लोग जीवन का अर्थ खो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिता बनना जिम्मेदारी है,बच्चों को संस्कारित बनाना और उनमें सेवा-भाव जगाना सच्चे पिता का कर्तव्य है। सरलता को समझने के लिए व्यक्ति का भीतर और बाहर से सरल होना जरूरी है। युवाओं से मुनि श्री ने कहा कि जीवन को सार्थक बनाने के लिए लक्ष्य तय करें और पूरे पुरुषार्थ से उसे प्राप्त करें। प्रवक्ता अविनाश जैन विद्यावाणी ने बताया कि मुनि संघ शीघ्र ही राहतगढ़ के लिए विहार करेगा। गुरुकुल के 180 छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गुरु से राग रखें, मोह नहीं, और मन लगाकर पढ़ाई करें ताकि सब अव्वल आएं।
