इंदौर: दीपावली और देव दीपावली पर शहर में पटाखों के धुएं से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए नगर निगम ने एंटी स्मोक गन का प्रयोग करने की योजना बनाई है. यह गन 18 से 20 अक्टूबर तक शहर के 10 प्रमुख चौराहों—राजबाड़ा, रीगल चौराहा, खजराना मंदिर, भंवरकुआ, बड़ा गणपति, सांवेर रोड, पोलोग्राउंड, विजय नगर, देवासनाका और अन्य स्थानों पर—स्थापित की जाएंगी.
वर्कशाप प्रभारी मनीष पांडे ने बताया कि यह गन पिछले साल कबाड़ के लोहे से तैयार की गई थी और हवा में उड़ रहे धुएं को पानी की हल्की बौछार के माध्यम से नष्ट कर देती है. इसके कारण धुआं कण के रूप में जमीन पर गिरता है, जिससे वातावरण शुद्ध रहता है और दमे या फेफड़ों की बीमारियों से पीड़ित लोगों को राहत मिलती है. नगर निगम ने पिछले वर्षों में स्वच्छता में लगातार नंबर वन का खिताब हासिल किया है और अब स्वच्छता ही शहर की पहचान बन गई है.
इस बार गन से न केवल पटाखों के धुएं को नियंत्रित किया जाएगा, बल्कि हवा और पर्यावरण दोनों को संरक्षित करने में मदद मिलेगी. उन्होंने यह भी बताया कि नगर निगम ने तंदूर के इस्तेमाल को कम करना, इलेक्ट्रिक वाहनों के संचालन को बढ़ावा देना जैसी कई पहलें की हैं. दीपावली पर एंटी स्मोक गन हमारी स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की प्रतिबद्धता का प्रत्यक्ष उदाहरण है. यह कदम सुरक्षित, स्वच्छ और प्रदूषण-मुक्त दिवाली सुनिश्चित करने की दिशा में नगर निगम की महत्वाकांक्षी पहल है. जिसके चलते इस दीपावली पर इसी एंटी स्मोक गन से पटाखों से निकलने वाले धुएं को नियंत्रित किया जाएगा, जिससे पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों को लाभ मिल सकेगा.
