नयी दिल्ली 09 अक्टूबर (वार्ता) आस्ट्रेलिया यात्रा पर गये रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से सभी तरह के आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आग्रह करते हुए एक बार फिर साफ-साफ शब्दों में कहा है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते श्री सिंह ने गुरूवार को आस्ट्रेलियाई राजधानी कैनबरा में ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस के साथ व्यापक द्विपक्षीय बैठक की। बातचीत के बाद दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में तीन समझौतों पर हस्ताक्षर भी किये।
भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी के पांच वर्ष पूरे होने के अवसर पर हुई बैठक में दोनों पक्षों ने सैन्य अभ्यास, समुद्री सुरक्षा, रक्षा उद्योग सहयोग और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में संयुक्त अनुसंधान सहित व्यापक क्षेत्रों में रक्षा सहयोग को प्रगाढ बनाने की अपनी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
रक्षा मंत्री ने भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों की नींव रखने वाले गहरे सांस्कृतिक संबंधों और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर ज़ोर दिया और कहा कि व्यापक रणनीतिक साझेदारी के कारण द्विपक्षीय संबंधों की समग्र दिशा के अनुरूप रक्षा सहयोग में उल्लेखनीय विस्तार हुआ है। वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच तीन प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये जिनमें सूचना आदान-प्रदान समझौता, पनडुब्बी खोज तथा बचाव सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन और संयुक्त स्टाफ वार्ता की स्थापना शामिल हैं।
श्री सिंह ने बैठक के दौरान अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान करते हुए आतंकवाद पर भारत के रुख को दोहराया और कहा कि आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकते।
उन्होंने कहा, ” आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकते, आतंकवाद और व्यापार साथ-साथ नहीं चल सकते और पानी और खून साथ-साथ नहीं बह सकते। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सभी प्रकार के आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होना चाहिए। ”
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने बैठक में संक्षिप्त रूप से भाग लिया और श्री सिंह का गर्मजोशी से स्वागत किया। रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से उन्हें शुभकामनाएं भी दीं और हाल ही में हुए चुनावों में श्री अल्बानीज़ की शानदार जीत पर उन्हें बधाई दी। श्री अल्बानीज़ ने श्री मोदी के नेतृत्व में भारत की उल्लेखनीय आर्थिक प्रगति, विशेष रूप से रक्षा, साइबर सुरक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति की सराहना की। उन्होंने लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में भारत की सफलता की भी सराहना की और आने वाले वर्षों में द्विपक्षीय सहयोग को मज़बूत करने के लिए उत्साह व्यक्त किया।
बैठक के बाद एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया, जिसमें भारत-ऑस्ट्रेलिया रक्षा साझेदारी की बढ़ती गहराई और आपसी विश्वास को रेखांकित किया गया।

