
सागर। सागर जिले के जैसीनगर का नाम बदलने को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की घोषणा के विरोध में क्षत्रिय समाज द्वारा सौंपे गए ज्ञापन पर खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बगैर नाम लिए पूर्व मंत्री पर निशाना साधा.
विजयादशमी के अवसर पर सुरखी विधानसभा क्षेत्र के जैसीनगर विकासखंड मैदान में आयोजित सांस्कृतिक दशहरा महोत्सव में पहुंचे खाद्य मंत्री राजपूत ने जैसीनगर का नाम जयशिव नगर करने को लेकर जनता को स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर जैसीनगर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव से जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने जयशिव नगर करने का प्रस्ताव रखा था. मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रस्ताव भेजें, हम घोषणा कर देंगे. लेकिन प्रस्ताव नहीं गया और इसके बाद कई लोगों ने विरोध किया.
खाद्य मंत्री ने कहा,कौन के पेट में चूहा काटने लगे, हम नाम नहीं ले रहे। जो दस साल यहां के विधायक रहे, उनके समय में एक पुलिया भी नहीं बनी. एक टूटी पुलिया पर कहीं उनका नाम लिखा हो तो बता दें. घर के लोग, भतीजे और कुछ कांग्रेसियों ने ज्ञापन देने पहुंच गए कि जैसीनगर का नाम बदल गया है. अपनों का घर देखो, हमारी जैसीनगर में पत्थरा मत फेंको.
उन्होंने यह भी कहा कि राजा जयसिंह की मूर्ति जैसीनगर के लोग चाहेंगे तो विधायक बनवाएगा और एक समाज के नहीं, सभी समाजों का सम्मान किया जाएगा.
मालूम हो कि सागर में महाराणा प्रताप की मूर्ति को लेकर क्षत्रिय समाज के बीच पिछले दो वर्षों से सामंजस्य नहीं बन पाया है. हाल ही में नगर निगम के साधारण सम्मेलन में सिटी स्टेडियम के पास महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापना और स्टेडियम का नामकरण उनके नाम पर करने का प्रस्ताव पास किया गया, जिसका स्वागत किया गया.
