ग्वालियर: सीमा सुरक्षा बल अकादमी में मनाया जाने वाला इस बार का विजयादशमी पर्व पिछले सभी सालों से बिल्कुल अलग रहा। इस बार अकादमी के निदेशक डॉ. शमशेर सिंह द्वारा सीमा प्रहरियों के साथ मिलकर पहली बार हथियार के रूप में ड्रोन की पूजा की गई।
उल्लेखनीय है कि युद्ध के बदलते परिदृश्य और राष्ट्र रक्षा के उद्देश्यों की पूर्ति हेतु, एक नये सामरिक युग का सूत्रपात हुआ है, जिसके तहत अभी कुछ माह पहले ही, सीमा सुरक्षा बल अकादमी में ‘स्कूल ऑफ ड्रोन वॉर फेयर’ की स्थापना हुई है। सीमा सुरक्षा बल द्वारा विजयादशमी के अवसर पर ‘ड्रोन’ को हथियार की तरह पूजना, बल की सुरक्षा- तत्परता का सशक्त संदेश है।
