
बैतूल। जिला अस्पताल परिसर में करीब 19 करोड़ की लागत से तैयार की गई 50 बिस्तरों वाली क्रिटिकल केयर यूनिट दो साल के भीतर बनकर तैयार हो चुकी है, लेकिन अभी तक इसे हैंडओवर नहीं किया गया है। वजह है ,जनरेटर और अलग सब-स्टेशन की व्यवस्था पूरी न होना।
तीन मंजिला इस भवन में गंभीर मरीजों के लिए अत्याधुनिक सुविधा देने का दावा किया गया था। अस्पताल प्रबंधन ने ठेका कंपनी को नोटिस जारी कर जल्द बिजली और जनरेटर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि क्रिटिकल केयर यूनिट में हैवी मशीनें लगाई जाएंगी, जिसके लिए अलग सब-स्टेशन जरूरी है। इसके बिना भवन का उपयोग शुरू करना संभव नहीं है।
स्टाफ की कमी भी संचालन में बड़ी चुनौती है। पहले से ही महिला-शिशु इकाई सहित कई विभागों में पर्याप्त डॉक्टर और नर्स नहीं हैं। ऐसे में नई यूनिट शुरू होने पर अतिरिक्त स्टाफ की आवश्यकता होगी।
इस भवन के लिए पहले से बनी 75 लाख की पार्किंग और 2 करोड़ का बैलून अस्पताल तोड़ा गया। निर्माण के दौरान 35 लाख का ऑक्सीजन प्लांट भी खराब हो गया।
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जब तक जरूरी व्यवस्थाएं पूरी नहीं होतीं, भवन को हैंडओवर नहीं लिया जाएगा।
