
भोपाल। भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) भोपाल का बारहवां दीक्षांत समारोह सोमवार को आयोजित हुआ. इस अवसर पर केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. चौहान ने अपने संबोधन में भारत के उज्ज्वलतम प्रतिभाओं को देश में ही बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों से भावुक अपील की कि वे विदेशों में अवसर तलाशने के बजाय भारत के विकास और नवाचार प्रणाली में सक्रिय रूप से योगदान दें. उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि सिलिकॉन वैली जैसे वैश्विक तकनीकी केंद्रों में बड़ी संख्या में भारतीय प्रतिभाएं काम कर रही हैं.
चौहान ने स्नातकों को प्रेरित किया कि वे अपनी योग्यता और कौशल का उपयोग भारत के हित में करें. उन्होंने ‘ब्रेन ड्रेन’ की प्रवृत्ति को उलटने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि युवा देश में ही सफल करियर और उद्यम खड़े करें, जिससे विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्यमिता के क्षेत्र में भारत की नींव मजबूत हो. चौहान ने स्थानीय उत्पादों और व्यवसायों के समर्थन की आवश्यकता पर भी बल दिया. उन्होंने कहा कि जब हम स्वदेशी वस्तुओं को अपनाते और बढ़ावा देते हैं, तो इससे न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है, बल्कि करोड़ों लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होते हैं. यह प्रक्रिया ग्रामीण और शहरी दोनों समुदायों को सशक्त बनाती है और समावेशी विकास को बढ़ावा देती है. अपने संबोधन का समापन करते हुए उन्होंने भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का उल्लेख किया और विश्वास जताया कि आने वाले समय में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनेगा.
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने विभिन्न संकायों के विद्यार्थियों को डिग्रियां और प्रमाण-पत्र प्रदान किए. बारहवें दीक्षांत समारोह में कुल 423 डिग्रियां प्रदान की गईं, जिनमें 51 बीएस, 227 बीएस-एमएस (द्वि-उपाधि), 56 एम.एससी./एम.एस. तथा 89 पीएचडी डिग्रियां शामिल थीं। समारोह में उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के आधार पर विभिन्न पदक और पुरस्कार भी प्रदान किए गए. बीएस-एमएस छात्र कौशिक मेधी को राष्ट्रपति स्वर्ण पदक तथा निदेशक स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया. कुल 16 छात्रों को प्रवीणता पदक प्रदान किए गए, जो बीएस, बीएस-एमएस और एम.एससी. पाठ्यक्रमों में सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए दिए गए. छह पीएचडी छात्रों को सर्वश्रेष्ठ थीसिस पुरस्कार भी प्रदान किए गए.
समारोह की अध्यक्षता शासक मंडल के अध्यक्ष प्रो. अरविंद ए. नातू ने की. संस्थान के निदेशक प्रो. गोवर्धन दास ने संस्थान की उपलब्धियों और प्रगति की जानकारी दी. मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इंदर सिंह परमार विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. अधिष्ठाता शैक्षणिक मामले प्रो. संजीव शुक्ला ने समारोह का संचालन किया तथा प्रभारी कुलसचिव गौरव अवस्थी ने शैक्षणिक शोभायात्रा का नेतृत्व किया. समारोह में विद्यार्थियों के अभिभावक और गणमान्य नागरिक भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.
