
अनूपपुर। किसानों की सिंचाई सुविधा बढ़ाने के लिए बनाई गई 14 करोड़ 39 लाख की गोहरारी डायवर्सन योजना 9 वर्ष बाद भी अधूरी है। अनूपपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत 5 ग्राम पंचायतों जमगांव, अमलई, देवरी, कदमटोला और पयारी की 750 हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन आज तक किसानों को इसका लाभ नहीं मिला।
2016 में शुरू हुई इस योजना के तहत 18 माह में बांध और 8400 मीटर लंबी नहर का निर्माण होना था, परंतु अब तक केवल जमगांव और देवरी में ही नहर बनी है। वहीं तीन गांव अब भी पानी से वंचित हैं। जहां नहर बनी भी है, वहां किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा। करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी किसान बारिश पर ही निर्भर हैं।
स्थानीय किसानों का कहना है कि यदि नहर का विस्तार होता तो उनकी फसलें सूखे से नहीं नष्ट होतीं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, नहर निर्माण के मार्ग में 11000 और 33000 केवी की हाई टेंशन लाइन होने से कार्य रोक दिया गया। योजना की तकनीकी स्वीकृति के समय इन बिंदुओं पर ध्यान न दिए जाने से यह अधूरी रह गई।
ईई जल संसाधन विभाग, अनूपपुर कामता प्रसाद कड़ियाम ने बताया कि यह योजना उनके कार्यकाल से पहले की है और अधूरे कार्य के विखंडन का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है।
