शिवपुरी: जिले के नरवर थाना क्षेत्र के मोहनी डैम में हुई दिल दहला देने वाली घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। गेट नंबर 23 से छलांग लगाने वाली युवती का शव घटना के दो दिन बाद गेट नंबर 22 के पास उतराता मिला। पुलिस ने शव की पहचान ग्वालियर जिले की भितरवार तहसील के ग्राम रिछाई निवासी रोशनी रावत पुत्री जितेंद्र रावत के रूप में की है।
परिजनों ने बताया कि रोशनी घर से केवायसी कराने का कहकर निकली थी, लेकिन लौटकर नहीं आई। उसी दिन दोपहर उसे मोहनी डैम में छलांग लगाते देखा गया। आज सुबह शव उतराता मिला तो क्षेत्र में खलबली मच गई। परिवार ने यह भी बताया कि रोशनी का ग्वालियर में इलाज चल रहा था। प्रत्यक्षदर्शी बंटी कुशवाह ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी आंखों से युवती को डैम के गेट नंबर 23 से छलांग लगाते देखा था।
घटना के वक्त वहां कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था और न ही तत्काल सूचना देने का कोई साधन। सुरक्षा व्यवस्था की इस भारी लापरवाही ने डैम प्रबंधन की जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।नरवर थाना प्रभारी विनय यादव ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस यह जांच कर रही है कि आखिर रोशनी 35 किलोमीटर दूर अपने गांव से मोहनी डैम तक कैसे पहुंची और उसकी आत्महत्या के पीछे कौन से कारण जिम्मेदार रहे।
