इंदौर: राजेंद्र नगर इलाके में गुरुवार रात एक शख्स खाकी वर्दी पहनकर ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी के घर पहुंचा और खुद को टीआई बताकर परिवार से पूछताछ करने लगा. राजा के पिता से बातचीत के दौरान मां ने मोबाइल पर बेटों को सूचना दी. जब राजा के भाई विपिन और सचिन घर पहुंचे तो वर्दीधारी व्यक्ति खुद को राजा का मित्र बताने लगा. शक गहराने पर विपिन ने उससे पहचान पत्र मांगा, लेकिन वह घबरा गया. देर रात पुलिस को सूचना दी गई. राजेन्द्र नगर पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.
पुलिस उससे थाने लाकर पूछताछ की जहां उसकी पहचान राजस्थान के रतनगढ़ निवासी बजरंग लाल जाट के रूप में हुई. शुरुआती पूछताछ में उसने रेलवे में पदस्थ होने और उज्जैन में पोस्टिंग का दावा किया. साथ ही बताया कि उसकी मुलाकात 2021 में महाकाल मंदिर में राजा से हुई थी. लेकिन विपिन ने इस दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि उस समय कोरोना लॉकडाउन था और राजा कहीं नहीं जाता था. आईडी कार्ड मांगने पर बजरंग कोई सबूत पेश नहीं कर सका और बात टालने लगा. बाद में उसने कहा कि वह राजा की मौत का दुख साझा करने आया है.
पुलिस जांच में सामने आया कि बजरंग न तो पुलिसकर्मी है और न ही रेलवे में कार्यरत. उसके पास किसी तरह का आधिकारिक दस्तावेज भी नहीं था. राजेंद्र नगर थाना प्रभारी नीरज बिरथरे ने बताया कि सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने ठगने के इरादे से आने की बात कबूल की. सोशल मीडिया पर राजा की मौत की खबर देखने के बाद उसने यह योजना बनाई थी. पूछताछ मे यह भी पता चला कि वह पहले भी नकली पुलिसकर्मी बनकर वारदात कर चुका है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.
