भरे बरसात में सीधी शहर में गहराया जल संकट, नल से नहीं मिल रहा पानी

सीधी।भरे बरसात में सीधी शहर में जल संकट गहराया हुआ है। नल से पानी ना मिलने के कारण लोग काफी परेशान हैं। यह समस्या करीब एक महीने से निर्मित है। सोन नदी के कुर्रवाह घाट में लगे एक पावर पम्प के जल जाने के कारण शहर में एक दिन के अंतराल से नल में पानी की सप्लाई की जा रही है।

बताते चलें कि सीधी शहर की नल-जल सप्लाई व्यवस्था सोन नदी से जुड़ी हुई है। सोन नदी के कुर्रवाह घाट में पानी की सप्लाई के लिये दो पावर पम्प लगाये गये हैं। इन पावर पम्पों से बारी-बारी से पानी की सप्लाई सोन नदी से सीधे मधुरी स्थित फिल्टर प्लांट में की जाती है। 24 घंटे सोन नदी से पानी की सप्लाई फिल्टर प्लांट में करने की व्यवस्था बनाई गई है। करीब एक माह से तेज बारिश एवं बाणसागर बांध के गेटों को खोल देने से सोन नदी में जल स्तर काफी बढ़ गया है। जिसके चलते पावर पम्पों से संबद्ध पाइप लाइन में लगातार सोन नदी से रेता आने के कारण एक पावर पम्प जल गया। पावर पम्प के जलने पर इसको सुधार के लिये सतना भेजा गया है। वहां पावर पम्प के सुधार में भी कई दिनों का समय लग रहा है। अब भी करीब एक सप्ताह में पावर पम्प के आने की संभावना बताई जा रही है। उधर नगर पालिका सूत्रों का कहना है कि नगर पालिका परिषद द्वारा एक और पावर पम्प की खरीदी की प्रक्रिया चल रही है। एक नवीन पावर पम्प आ जाने के बाद पम्प जलने के बाद जल संकट की स्थिति इतनी गंभीर आगे नहीं रहेगी। उधर भरे बरसात में घरों मे लगे नलों से पानी की बजाय हवा निकल रही है और लोग पानी की व्यवस्था को लेकर काफी परेशान हैं।

तत्संबंध में बाजार क्षेत्र के वार्डवासियों का कहना था कि स्थिति यह है कि कभी नल से पानी मिलता है और कभी नहीं मिलता। कुछ वार्डो में स्थिति यह है कि यदि नल से पानी आना शुरू भी हुआ हो 5-6 बाल्टी से ज्यादा नहीं आता। मिश्रा कालोनी के रहवासियों का कहना है कि एक माह से पानी को लेकर बड़ा भटकाव बना हुआ है। यदि नल से पानी शुरू भी हुआ तो 5-6 बाल्टी से ज्यादा नहीं मिलता। साथ ही पानी भी काफी गंदा एवं प्रदूषित आता है। नल से पानी ना आने पर मोहल्लों मे टैंकर से पानी आपूर्ति की व्यवस्था भी नहीं बनाई गई है। जिसके चलते लोगों को हैण्डपम्पों की तलाश में भटकने एवं वहां अपनी बारी आने पर पानी लेने की मजबूरी बनी हुई है। यह समस्या कोटहा, आजार नगर, पटेल पुल, अमहा, सराफा बाजार, सर्वोदय चौक, सब्जी मंडी क्षेत्र, लालता चौक, पुरानी गल्ला मंडी क्षेत्र, गोपालदास मार्ग में काफी ज्यादा गंभीर बनी हुई है। लोग यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर इतने दिनों से पानी की समस्या क्यों बनी हुई है। वहीं जिम्मेदार लोग शहर के बाजार क्षेत्र में बने जल संकट को लेकर इतने लापरवाह क्यों बने हुये हैं?

क्या कहते हैं वार्ड एवं पार्षद

नल से करीब एक महीने से पानी मिलने को लेकर पूरी तरह से अनिश्चितता बनी हुई है। कभी पानी आता है और कभी पानी नहीं आता। पानी अगर आता भी है तो 5-6 बाल्टी पानी आने के बाद नल बंद हो जाता है। सबसे ज्यादा समस्याएं घर की महिलाओं को पानी न मिलने से हो रही है।

श्रीमती ऊषा सोनी, निवासी वार्ड क्रमांक 17

शहर की नल-जल व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। नल से पानी नहीं मिलता और टंैकर से भी पानी की सप्लाई करने की जरूरत नहीं समझी जा रही है। समझ में नहीं आता कि भरे बरसात में जल संकट क्यों निर्मित है।

योगेश सिंह, निवासी वार्ड क्रमांक 17

वार्ड क्षेत्र में नल से पानी ना आने की शिकायत नगर पालिका सीएमओ से की गई तो बताया गया कि मोटर पम्प खराब है इस वजह से व्यवस्थाएं फिलहाल प्रभावित हैं। जल्द ही व्यवस्था में सुधार करने का आश्वासन दिया गया है।

श्रीमती सोनम सोनी, पाषर्द वार्ड क्रमांक 17

शहरी क्षेत्र में नल से पानी मिलने को लेकर इन दिनों हो रही परेशानी का मुख्य कारण सोन नदी के कुर्रवाह घाट में लगे एक पावर पम्प के जल जाने से निर्मित है। इसके लिये सभी प्रयास किये जा रहे हैं।

रजनीश श्रीवास्तव, पार्षद वार्ड क्रमांक 14

इनका कहना है

शहर की नल-जल व्यवस्था सोन नदी से जुड़ी हुई है। वहां एक पावर पम्प के जल जाने से वर्तमान में एक दिन के अंतराल से पानी देने की व्यवस्था बनाई गई है। सतना से पावर पम्प के आने पर लगभग एक सप्ताह के अंदर नल-जल सप्लाई नियमित हो जायेगी।

शीलाध्वज सिंह, प्रभारी जल शाखा, नपा सीधी

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