
बीना। शहर की अपशिष्ट प्रबंधन व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। मंगलवार को कुरुवा गांव में ग्रामीणों के कड़े विरोध के चलते नगर पालिका की कचरा गाड़ियां खाली हाथ लौट आईं। ग्रामीणों ने एकजुट होकर कचरा गाड़ियों को गांव में घुसने से रोक दिया, जिससे पुलिस की मौजूदगी में भी नगर पालिका कर्मचारी कचरा डंप नहीं कर पाए।दरअसल, बीना नगर का कचरा लंबे समय से कुरुवा स्थित वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन पर डाला जा रहा था, लेकिन कचरे का नियमित उठाव और सफाई नहीं होने से गांव में गंदगी और बदबू का अंबार लग गया था। इससे परेशान होकर ग्रामीणों ने कई बार विरोध किया था। अस्थायी व्यवस्था भी हुई फेल ग्रामीणों के लगातार विरोध के बाद नगर पालिका ने करीब 20 दिन पहले सब्जी मंडी के पास एक जगह पर अस्थायी रूप से कचरा इकट्ठा करना शुरू किया था, लेकिन वहां से भी कचरा नियमित रूप से नहीं उठाया गया, जिसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इसका विरोध किया और नगर पालिका को वह जगह छोड़नी पड़ी।कुरुवा में फिर हुआ विरोध इसके बाद नगर पालिका ने दोबारा कुरुवा के वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन पर कचरा डंप करने का फैसला किया, लेकिन मंगलवार को जैसे ही कचरा गाड़ियां गांव में पहुंची, बड़ी संख्या में ग्रामीण, जिनमें खासकर महिलाएं थीं, उनके सामने आ गईं और गाड़ियों को रोक दिया।हालात को काबू करने के लिए पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा, लेकिन ग्रामीणों का विरोध इतना ज्यादा था कि पुलिस और नगर पालिका कर्मचारियों को बिना कचरा डाले ही वापस लौटना पड़ा।सफाई प्रभारी मुकेश तिवारी ने बताया कि ग्रामीणों के विरोध के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा और अभी यह तय नहीं है कि अब कचरा कहां डंप किया जाएगा। इस घटना से बीना नगर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
