इंदौर: लव जिहाद के लिए फंडिंग करने के आरोपों से घिरे कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी को लेकर सूत्रों का दावा है कि उसे जम्मू-कश्मीर में हिरासत में ले लिया है. बताया जा रहा है कि श्रीनगर पुलिस की मदद से उसे पकड़ा गया, लेकिन इंदौर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.एडिशनल डीसीपी रामसनेही मिश्रा ने इस संबंध में कहा, हमारी टीमें कार्रवाई में लगी हैं, यदि गिरफ्तारी होती है तो सभी को विधिवत जानकारी दी जाएगी.
इस मामले में पुलिस की ओर से अब तक सिर्फ अनवर की बेटी आयशा की गिरफ्तारी की पुष्टि की गई है, जिसे सोमवार को दिल्ली से पकड़ा था. इसी बीच सूत्रों ने बताया कि जब दिल्ली में दबिश दी गई तो अनवर फरार हो गया था. इसके बाद उसकी लोकेशन जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में ट्रेस हुई और वहां से उसे हिरासत में लिया. फिलहाल उसे इंदौर लाए जाने की तैयारी बताई जा रही है. अनवर कादरी पर आरोप है कि वह मुस्लिम युवकों को हिंदू लड़कियों को फंसाने के लिए एक लाख रुपए और उनसे निकाह करने पर दो लाख रुपए की राशि देता था. पुलिस को आयशा की गिरफ्तारी के बाद कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिसके आधार पर पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है.
संगठित नेटवर्क के संकेत
एडिशनल डीसीपी रामसनेही मिश्रा ने बताया कि, कादरी के नाम से जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में फर्जी तरीके से एक आर्म्स लाइसेंस जारी किया गया था, जिसे सस्पेंड करवा दिया है. तीन बैंक अकाउंट, एक फिशरिज फर्म और कुछ अन्य फर्मों की जानकारी भी मिली है. पुलिस जांच में इस बात के संकेत मिले हैं कि यह एक संगठित नेटवर्क है, जो अवैध फंडिंग और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल रहा है. कुछ व्यावसायिक साझेदारों की भूमिका भी जांच के दायरे में है.
