
ग्वालियर। डबरा में ढाई लाख की आबादी के लिए शुरू सिविल अस्पताल के हालात बिगड़ गए हैं। कभी यहां जनरेटर में डीजल नहीं होता तो कभी पानी की टंकियां खाली होती है। ऐसे में अस्पताल में आने वाले मरीजों को परेशान होना पड़ता है। अस्पताल प्रबंधन की बात करे तो उनका जवाब रटा रटाया होता है। बड़ी बात ये है कि गरीब तबके के लोगों को जो सुविधाएं मिलनी चाहिए वो मिल ही नहीं पा रही। कारण है अधिकारियों की डबरा के प्रति उदासीनता। एक समय था जब एसडीएम प्रदीप शर्मा और बीएमओ विजय पाठक ने इस अस्पताल का समाजसेवियों की मदद से कायाकल्प करने का प्रायश किया। यह प्रयास कुछ हद्द तक ठीक भी रहा लेकिन उन जिम्मेदार अधिकारियों के जाने के बाद हालत फिर बिगड़ गए हैं।
