
*नगरीय प्रशासन के दल ने कलेक्टर एवं निगम आयुक्त के साथ की बैठक*
ग्वालियर। नगरीय क्षेत्र में विकास कार्यों के क्रियान्वयन के लिये नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा प्रत्येक नगर निगम का समन्वित विकास प्लान तैयार किया जा रहा है। इस प्लान में सड़क निर्माण, पेयजल वितरण व्यवस्था, उद्यानों का विकास के साथ-साथ अन्य विकास कार्यों को भी शामिल किया जायेगा। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान की उपस्थिति में नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख अभियंता प्रदीप एस मिश्रा एवं राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी के सेवानिवृत अधिकारी आई के पांडे ने बाल भवन के सभागार में नगरीय प्रशासन विभाग की कार्यशाला में यह बात कही। बैठक में नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय सहित नगर निगम के सभी इंजीनियर एवं क्षेत्राधिकारी उपस्थित थे।
नगरीय प्रशासन आयुक्त भोपाल द्वारा ग्वालियर नगर निगम के लिये एक दल भेजकर विकास कार्यों के समन्वित प्लान की तैयारियों एवं नगरीय क्षेत्र में किए गए निर्माण कार्यों के अवलोकन हेतु दल भेजा गया है। दल में प्रमुख अभियंता श्री प्रदीप मिश्रा एवं राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी के सेवानिवृत अधिकारी आई के पाण्डे सहित अन्य विभागीय अधिकारी शामिल हैं। नगरीय प्रशासन के दल ने शहर में संचालित विकास कार्यों के अवलोकन के पश्चात निगम के इंजीनियरों के साथ भी बैठक की।
बैठक में प्रमुख अभियंता नगरीय प्रशासन मिश्रा ने बताया कि नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा सभी नगर निगमों के विकास कार्यों के लिये एक समन्वित प्लान तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही नगरीय क्षेत्र के विकास कार्यों के लिये विभाग द्वारा नए एसओआर बनाने का कार्य भी किया जा रहा है। नगर निगम ग्वालियर के इंजीनियरों द्वारा अगर नए एसओआर एवं समन्वित विकास प्लान के संबंध में कोई सुझाव हों तो भेजे जा सकते हैं।
बैठक में यह भी बताया गया कि विकास कार्यों की गुणवत्ता की जाँच हेतु चलित प्रयोगशाला नगर निगम ग्वालियर में हो, यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए ताकि गुणवत्ता की जाँच समय रहते की जा सके। इसके साथ ही निर्माण कार्यों के जो ठेकेदार हैं उनको श्रेणीबद्ध भी किया जाना चाहिए। जिन ठेकेदारों द्वारा निगम में कार्यों को गुणवत्तापूर्वक न किया जाए, उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई भी निगम स्तर पर और जरूरत हो तो शासन स्तर पर भेजकर कराई जाना चाहिए। दल ने बैठक में बताया कि नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा ग्रीन एसओआर बनाने की तैयारी भी की जा रही है। शासन स्तर से इंजीनियरों के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी शीघ्र प्रारंभ की जायेगी।
