हैदराबाद/ दुबई, 01 जुलाई (वार्ता) भारत की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक कंपनी एनएमडीसी ने संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में अपने नये अंतरराष्ट्रीय कार्यालय स्थापित कर अपनी वैश्विक उपस्थिति का विस्तार किया है।
कंपनी की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस रणनीतिक कदम से एनएमडीसी की वैश्विक उपस्थिति मजबूत होगी तथा यह खान क्षेत्र में कंपनी के एक बहुराष्ट्रीय ताकत बनने के सपने के अनुरूप है।
एनएमडीसी के दुबई कार्यालय का उद्घाटन केंद्रीय इस्पात एवं भारी उद्योग मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने किया। इस अवसर पर संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत एच ई संजय सुधीर, एनएमडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अमिताभ मुखर्जी, सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनी भारतीय इस्पात प्राधिकरण के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अमरेंदु प्रकाश, दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत सतीश कुमार सिवन, इस्पात मंत्रालय में संयुक्त सचिव विनोद कुमार त्रिपाठी तथा वहां भारत के राजनयिक मिशनों के अधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कंपनी का कहना है कि उसका दुबई कार्यालय उसके लिए एक रणनीतिक केंद्र के रूप में कार्य करेगा तथा पश्चिम एशिया एवं उत्तरी अफ्रीका, अफ्रीका एवं ऑस्ट्रेलिया में खनिज क्षेत्रों में घटनाक्रमों तथा नियामक परिवर्तनों और सरकारी नीतियों सहित पर सक्रिय रूप से निगाह रखेगा। इस कार्यालय के माध्यम से सरकारी क्षेत्र का यह उपक्रम खनिज परिसंपत्तियों की खोज, तकनीकी जांच, तथा सरकारी निकायों, व्यापारिक साझेदारों और अनुसंधान संस्थानों केसाथ संपर्क को सुगम बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा । इससे कंपनी को खनन उपकरण तथा प्रौद्योगिकी सेवाओं (एमईटीएस) में सहयोग की संभावनाओं का पता लगाने में भी मदद मिलेगी।
एनएमडीसी ने छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में अपनी अनुषंगी एनएमडीसी स्टील लि के माध्यम से एक अत्याधुनिक एकीकृत इस्पात संयंत्र स्थापित कर इस्पात बाजार में भी कदम रख चुकी है। बस्तर क्षेत्र के नागरनार में 24000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से स्थापित यह कारखाना अगस्त 2023 से चालू है। इसकी स्थापित क्षमता वार्षिक 30 लाख टन हॉट रोल्ड कॉइल विनिर्माण करने की है।
