तमिलनाडु प्रीमियर लीग में डिंडीगुल ड्रैगन्स के कप्तान और भारतीय स्पिनर पर लगे थे आरोप; जांच के बाद कोई ठोस सबूत नहीं मिला, विवाद पर लगा विराम।
नई दिल्ली, 17 जून (वार्ता): तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) 2025 में डिंडीगुल ड्रैगन्स के कप्तान और भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को बड़ी राहत मिली है। उन पर और उनकी टीम डिंडीगुल ड्रैगन्स पर लगे बॉल-टैम्परिंग (गेंद से छेड़छाड़) के गंभीर आरोपों से उन्हें अब बरी कर दिया गया है। TNPL प्रबंधन द्वारा की गई गहन जांच के बाद आरोपों को निराधार पाया गया, जिससे टीम और अश्विन के प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
यह विवाद हाल ही में एक मैच के दौरान उठा था, जब विपक्षी टीम और कुछ क्रिकेट विशेषज्ञों ने अश्विन और डिंडीगुल ड्रैगन्स पर गेंद की स्थिति बदलने का आरोप लगाया था। आरोप लगने के बाद TNPL प्रबंधन ने तत्काल मामले की जांच शुरू की थी ताकि खेल की निष्पक्षता बनी रहे। विस्तृत जांच में, जिसमें मैच फुटेज और संबंधित बयानों का विश्लेषण शामिल था, आरोपों की पुष्टि के लिए कोई ठोस सबूत नहीं मिला। TNPL के अधिकारियों ने मंगलवार को घोषणा की कि सभी आरोपों को खारिज कर दिया गया है, और रविचंद्रन अश्विन व डिंडीगुल ड्रैगन्स को इस मामले में क्लीन चिट दे दी गई है। इस फैसले के बाद, अश्विन और उनकी टीम अब बिना किसी विवाद के आगामी मैचों पर ध्यान केंद्रित कर सकेगी, और यह मुद्दा आखिरकार शांत हो गया है।

