मोरटका ब्रिज पर भारी वाहनों की आवाजाही से खतरा

बड़वाह। इंदौर-इच्छापुर मार्ग पर स्थित नर्मदा नदी पर बना मोरटका ब्रिज इन दिनों भारी वाहनों की अवैध आवाजाही के कारण सुर्खियों में है। प्रशासन द्वारा भारी भरकम बल्कर वाहनों के आवागमन पर स्पष्ट प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद, राजनीतिक संरक्षण के चलते ये वाहन अभी भी बड़ी संख्या में इस पुल से गुजर रहे हैं। हाल ही में होटल गोपाल मिडवे के समीप एक भारी बल्कर वाहन अचानक अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बचा। यह वाहन ब्रिज के किनारे तक जा पहुंचा, जिससे वहां पर लंबा यातायात जाम लग गया। इस भीषण गर्मी में मोरटका पुलिस चौकी के प्रधान आरक्षक रवि पांडे ने कड़ी मशक्कत करते हुए यातायात को नियंत्रित किया और व्यवस्था बहाल की। मोरटका पुलिस चौकी प्रभारी लखन डाबर ने जानकारी दी कि यह बल्कर वाहन पुलिस को चकमा देकर निकल गया, लेकिन जल्द ही उसे जप्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

क्योंकि मोरटका ब्रिज से प्रतिदिन सैकड़ों भारी वाहन प्रतिबंध के बावजूद गुजर रहे हैं। पूर्व में भी ऐसे वाहनों के कारण कई गंभीर हादसे हो चुके हैं और यदि समय रहते रोकथाम नहीं की गई, तो भविष्य में भी दुर्घटनाएं होना तय है।

Next Post

फोरलेन सड़कों से बदला रूट, उज्जैन-झालावाड़ मार्ग पर कारोबार चौपट

Tue Jun 3 , 2025
सुसनेर।उज्जैन से गरोठ और गरोठ से कोटा तक फोरलेन सडक़ के निर्माण और चालू होने के बाद आगर-मालवा से गुजरने वाला उज्जैन-झालावाड़ मार्ग व्यापारिक दृष्टिकोण से पिछड़ता जा रहा है. पहले जिस सडक़ पर दिन-रात वाहनों की आवाजाही बनी रहती थी. अब वहां सन्नाटा पसरने लगा है. वाहनों की संख्या […]

You May Like