भोपाल। मंदाकिनी चौराहे पर यातायात अव्यवस्थित हो गया हैं। नतीजतन,आम नागरिक जान जोखिम में डालकर सड़कों पर चलने को मजबूर हैं। मंदाकिनी चौराहा, जो कि कोलार क्षेत्र को नीलबड़ समेत कई महत्वपूर्ण मार्गों को जोड़ता है, दिन भर वाहनों की भारी आवाजाही से गुलजार रहता है। रिहायशी इलाकों, स्कूलों,और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की निकटता के कारण यहां लोगों का आना-जाना लगा रहता है। हालांकि, इस चौराहे पर यातायात नियमों का पालन कराने वाला कोई दिखाई नहीं देता। सिग्नल व्यवस्था अक्सर बेअसर साबित होती है, क्योंकि वाहन चालक लाल बत्ती की परवाह किए बिना बेख़ौफ़ गुजरते हैं। चौराहों पर बेतरतीब तरीके से वाहनों को खड़ा कर देना आम बात हो गई है, जिससे सड़क संकरी हो जाती है और अन्य वाहनों के लिए निकलने की जगह नहीं बचती। हाल ही में बानी नवनिर्मित सिक्स लेन के बाद कई बार तो फुटपाथ पर भी गाडिय़ां पार्क कर दी जाती हैं, जिससे पैदल चलने वालों को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ता है। व्यावसायिक वाहनों जैसे ऑटो रिक्शा और मैजिक वैन चालक सवारियों को बैठाने और उतारने के लिए कहीं भी अचानक गाड़ी रोक देते हैं, जिससे पीछे से आ रहे वाहनों को अचानक ब्रेक लगाना पड़ता है और टकराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। चौराहे पर यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए तत्काल प्रभावी कदम उठाये जाना चाहिए, ताकि यहां रहने वाले और यहां से गुजरने वाले लोग सुरक्षित महसूस कर सकें।
मन्दाकिनी चौराहे का ट्रैफिक सुव्यवस्थित हो
