
सुसनेर।उज्जैन झालावाड़ नेशनल हाइवे 552जी पर कृषि उपज मंडी चौराहे के समीप बड़ी संख्या में 4 पहिया वाहन, टैक्टर-ट्राली व पिकअप वाहन खड़े किये जा रहे है. यह लापरवाही कभी भी भारी पड़ सकती है. इस अनदेखी के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. जिम्मेदारो को पहले से ही पता है कि इस मार्ग पर कई तरह के भीषण सडक़ हादसे हो चुके है. बावजूद उसके वे आंखे बंद किये बैठे है.
इस क्षेत्र में मुख्य चौराहों के समीप सडक़ किनारे ही वाहन खड़े किए जा रहे है, वह भी स्पीड ब्रेकर के समीप. इसके कारण लोगों को इस प्रकार स्थिति के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है. हाईवे पर अधिकांश जगहों पर ऐसे नजारें आम तौर पर दिखाई देते है. स्मरण रहे कि इस हाइवे पर आए दिन हादसे हो रहे हैं, और कई लोग घायल हो रहे है तो कई जान भी गंवा रहे हैं. हाईवे पर जिन परिस्थितियों के कारण हादसे हो रहे हैं, उन पर किसी का ध्यान नहीं है. हालांकि कुछ महीनों पूर्व एसपी विनोद कुमार सिंह के निर्देश पर नगरीय सीमा क्षेत्र में हाइवे पर सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिये स्पीड ब्रेकर बनाए गए थे, जिस वजह से हादसो के ग्राफ में कमी आई है. लेकिन अब स्पीड ब्रेकर के पास ही वाहन पार्क किए जा रहे है. जिसके कारण हादसे की आशंका और बढ़ रही है. जिम्मेदारो को बड़े घटनाक्रम के घटित होने से पहले इस और ध्यान देने की जरुरत है.
शहर से गुजर रहे उज्जैन झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग 552जी पर मोड़ी चौराहे से लेकर तहसील कार्यालय तक जगह-जगह वाहन चालकों ने अपने मनमर्जी से स्टॉपेज बना रखे हैं. वह अपनी मर्जी से ही हाईवे के किनारे ही वाहन को कहीं भी खड़ा कर देते हैं. जिसके कारण अन्य वाहन चालकों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार दुर्घटनाएं भी हो जाती है ऐसी स्थिति मंडी चौराहे पर व मोडी चौराहे पर एवं मार्ग के किनारे जगह-जगह देखने को मिलती है.
दो पहिया को ज्यादा तकलीफ
हाइवे पर खड़े रहने वाले इन वाहनों के कारण सबसे अधिक परेशानी दोपहिया वाहन चालको को होती है. रात के समय यह परेशानी और भी अधिक हो जाती है. हाईवे से गुजरने के दौरान इन वाहनों के समीप से गुजरना खतरों भरा होता है.
