
देवास/नेमावर। (जितेन्द्र पुरोहितकी रिपोर्ट) देवास जिले के ग्राम संदलपुर के 10 मजदूर एवं हरदा जिले के ग्राम हंडिया के 8 मजदूर के शव गुरुवार सुबह 7 बजे गुजरात से इंदौर होते हुए उनके गृह ग्राम संदलपुर एवं हंडिया सुबह करीब 8:00 बजे पहुंचे, मृतकों के अंतिम दर्शन वहीं एंबुलेंस में ही परिजनों ने कर शोक व्यक्त किया , सभी शवों को एंबुलेंस से नेमावर के नर्मदा घाट ले जाया गया,
हरदा जिले के हंडिया के मृतकों एवं देवास जिले के संदलपुर के मृतकों का अंतिम संस्कार नर्मदा नदी तट नेमावर में एक साथ किया गया, इस दृश्य को जिसने भी देखा वह अपने आंसुओं को रोक नहीं पाया
इस प्रकार की घटना देवास जिले में पहली बार घटित हुई है वहीं विधायक आशीष शर्मा कन्नौद से सुबह 6.30 बजे एम्बुलेंस के साथ संदलपुर पहुंचे, वहीं हरदा से पूर्व कृषि मंत्री कमल पटेल ने भी नेमावर पहुंचकर अपनी शोक संवेदना व्यक्त कर अंतिम संस्कार में शामिल होकर शोक श्रद्धांजलि दी गई । विधायक आशीष शर्मा तथा प्रशासन दो दिन तक परिवार के संपर्क में रहते हुए व्यवस्थाओं में लगे हुए थे। इस हृदय विदारक दृश्य पर विधायक आशीष शर्मा, हरदा विधायक रामकिशोर दोगने, पूर्व मंत्री कमल पटेल जिला कलेक्टर ऋतुराज सिंह सहित देवास तथा हरदा जिले के प्रशासनिक अधिकारीयों तथा उपस्थित जन सैलाब ने नम आंखों से मृतको के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। इस घटना से संदलपुर , हंडिया ही नहीं पूरे क्षेत्र में शोक की लहर छाई हुई थी। अंतिम संस्कार को लेकर नेमावर नगर परिषद अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल सी एम ओ आनंदी लाल वर्मा ने सभी व्यवस्थाओं की तैयारियां कर रखी थी ।
वही ग्रामीणों ने अपनी प्रतिक्रिया में बताया कि शासन प्रशासन यदि नेमावर में वार्ड क्रमांक एक में करीब 25 वर्ष पूर्व क्षेत्र के लोगों को मजदूरी , विकास के लिए खोले गए औद्योगिक क्षेत्र को विकसित कर देते तो आज ऐसे अनहोनी घटनाओं से बचा जा सकता था ।
