नई व्यवस्था लागू होने के चलते 2 अप्रैल बुधवार को पहले दिन तो नीलामी प्रक्रिया के दौरान किसानों की पर्चियां भी मंडी प्रशासन के द्वारा पीओएस मशीनों के माध्यम से ऑनलाइन ही बनाई गई तो वहीं प्रवेश पर्ची के माध्यम से किसानों की इंट्री करवाई गई. इसके चलते मंडी में फसल खरीदी करने से लेकर तुलाई करवाने के लिए किसानों के वाहनों की लंबी लंबी लाइने भी लगी रही.
ई मंडी प्रणाली के लाभ
मंडी सचिव राजेंद्र शर्मा ने बताया कि ई मंडी प्रणाली किसानों और व्यापारियों दोनों के लिए फायदेमंद है. यह व्यवस्था उपज की बिक्री प्रक्रिया को सरलए, पारदर्शी और समय बचाने वाली बना रही है. किसान अब अपनी उपज के भाव और बिक्री की जानकारी ऐप के जरिए प्राप्त कर सकते हैं. तुलवाई और भुगतान भी डिजिटल माध्यम से हो रहा है, जिससे धोखाधड़ी की संभावना खत्म हो गई है.