अशोकनगर( राजकुमार प्रजापति)। रंग पंचमी के अवसर पर मां जानकी के धाम करीला में आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा। यहां सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। तो वही करीला आने वाले हर मार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। इसी बीच एक अप्रिय प्रसंग भी आया जब सीएम मंदिर से नीचे उतर रहे थे उसी दौरान सबसे नीचे की सीढ़ी पर वह मीडिया से चर्चा करते हुए लोहे की सीढ़ी के टूटने से लड़खड़ाए जिससे उन्हें मामूली चोट भी आई।
करीला मेले में इसके अलावा वीआईपी मार्ग पर भी जाम नजर आया।
उल्लेखनीय है कि रंग पंचमी के अवसर पर मां जानकी के धाम करीला में तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है जिसके चलते रंग पंचमी के दिन यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और उन्होंने अपनी मन्नत पूरी होने के उपरांत यहां पर राई नृत्य कराया। गौरतलब है कि करीला में लव कुश का जन्म उत्सव मनाया गया था जहां पर स्वर्ग की अप्सराओं ने बधाई गीत गाते हुए नृत्य किया था।तभी से ऐसी मान्यता चली आ रही है और लोग अपनी मन्नत पूरी होने पर बढ़ाई की राई करते हैं।
लोहे की सीधी टूटने से मुख्यमंत्री के पैर में आई चोट:
करीला धाम में आयोजित रंग पंचमी के अवसर पर मेले में मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल हुए इस दौरान उन्होंने मां जानकी के दर्शन किए और उसके बाद एक सभा को संबोधित किया। जहां उन्होंने करीला के विकास के लिए एक करोड रुपए की राशि देने की बात कही। इससे पूर्व जब वह मां जानकी और लवकुश के दर्शन कर रहे लौटकर जब मीडिया से चर्चा कर रहे थे तो तब लोहे की सीढी टूट गई जिससे वह लड़खड़ा गए जिन्हें सुरक्षा कर्मियों ने संभाला। इस दौरान उनके पैर में भी चोट आई है।
प्रयागराज के बाद करीला में दिखा आस्था का जन सैलाब:
हाल ही में संपन्न हुए प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ देखी गई थी, तो वही ऐसा ही नजारा मा जानकी के धाम मैदान करीला में भी देखने को मिला। जहां आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा। बुधवार से शुरू हुए करीला मेला में अभी तक करीबन 6 लाख श्रद्धालु दर्शन कर लिए हैं, तो वही यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गौरतलब हैं कि यह प्रदेश का सबसे बड़ा मेला है।