जबलपुर। घमापुर अंतर्गत सिद्धबाबा निवासी रामगोपाल कुशवाहा 40 वर्ष की चाकू से गोदकर की गई हत्या करने वाले आरोपित अब तक पुलिस गिरफ्त से दूर है, पुलिस की टीम आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही है लेकिन अब तक उनका कहीं कोई सुराग नहीं लगा है, हालांकि पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपित गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि छोटी खेरमाई मंदिर बंदो बाई का बाड़ा सिद्धबाबा घमापुर निवासी रामगोपाल कुशवाहा 14 मार्च दोपहर दरवाजे के बाहर पानी डाल कर झाडू लगा रहा था, तभी डीजे बज रहे थे, मोहल्ले के चार पांच लड़के घर के सामने मिट्टी रंग फैंकने लगे तो रामगोपाल ने लड़कों से कहा कि यहां पर बार बार गंदा मत करो और डीजे बंद कर दो, चौराहा पर जाओ लेकिन लड़के नहीं माने, उन लड़कों में से नितेश अहिरवार विवाद करने लगा, नितेश ने चाकू से जान से मारने की नियत से रामगोपाल की जांघ में चोट पहुॅचा दी, बीच बचाव करने पहुंचे रामगोपाल के परिजनों पर नितेश अहिरवार और नितेश के साथी अनुज बेन उर्फ पीयूष, समीर दहायत, अनिकेत चौबे, क्रिश राजपूत ने मिलकर पथराव करते हुए उनके साथ भी मारपीट की थी। रामगोपाल कुशवाहा को उपचार के लिए विक्टोरिया अस्पताल लेकर गये जहां से मेडिकल रेफर करने पर मेडिकल काॅलेज मे भर्ती कराये कुछ समय बाद रामगोपाल कुशवाहा 40 वर्ष की मौत हो गयी।