
भोपाल, 12 मार्च (वार्ता) मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा आज विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए पेश किए गए वार्षिक बजट को लेकर कहा कि यह बजट नहीं है, यह मध्यप्रदेश को कर्ज और भ्रष्ट्राचार में डुबोने वाला एक दस्तावेज है।
श्री पटवारी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट के जरिए बजट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह बजट नहीं, मध्यप्रदेश को, कर्ज/भ्रष्टाचार में डुबोने का दस्तावेज़ है! भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश की जनता को फिर से एक छलावा भरा बजट दिया है। इस बजट में विकास की कोई ठोस योजना नहीं है, बल्कि इसे कर्ज बढ़ाने, कमीशनखोरी को संस्थागत करने और भ्रष्टाचार को मजबूत करने के लिए तैयार किया गया है। यह बजट भाजपा सरकार की असफलताओं और जनविरोधी नीतियों की पोल खोलता है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस बजट के जरिए मध्यप्रदेश सरकार ने एक बार फिर से कर्ज की सीमा बढ़ा दी है। पहले से ही प्रदेश भारी कर्ज में डूबा हुआ है, लेकिन सरकार को सिर्फ भ्रष्टाचार और कमीशन की चिंता है। कर्ज का पैसा जनता की भलाई के बजाय भाजपा नेताओं और ठेकेदारों की जेब में जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने 39 नए औद्योगिक क्षेत्रों में 3 लाख नौकरियों का वादा किया है, लेकिन सच्चाई यह है कि सरकारी विभागों में हजारों पद खाली पड़े हैं। हर साल लाखों युवा सरकारी नौकरियों की आस लगाए बैठते हैं, लेकिन सरकार की नीयत ही नहीं है कि वे भर्ती करें। यह वही झूठा वादा है जो हर बजट में किया जाता है, लेकिन कभी पूरा नहीं होता।
श्री पटवारी ने कहा कि सरकार कह रही है कि एमबीबीएस की 400 सीटें बढ़ाई जाएंगी और 11 नए आयुर्वेदिक कॉलेज खुलेंगे। लेकिन, सच्चाई यह है कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पहले से ही पर्याप्त संसाधन और डॉक्टर नहीं हैं। व्यापमं घोटाले के कारण प्रदेश की चिकित्सा शिक्षा बुरी तरह प्रभावित हुई है। आज भी सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए मरीजों को दर-दर भटकना पड़ता है, लेकिन सरकार सिर्फ खोखली घोषणाएं कर रही है।
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान भाजपा सरकार ने प्रदेश की लाडली बहनों से 3000 रुपए प्रतिमाह देने का वादा किया था। लेकिन सत्ता में आते ही भाजपा ने इसे ठुकरा दिया। न सिर्फ वादा तोड़ा गया, बल्कि इस योजना में शामिल 4 लाख से अधिक महिलाओं के नाम काट दिए गए। भाजपा सरकार का असली चेहरा अब जनता के सामने आ चुका है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार कह रही है कि अगले 5 वर्षों में एक लाख किलोमीटर सड़कें बनाई जाएंगी और 500 रेलवे ओवर ब्रिज तथा फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि ग्रामीण इलाकों में सड़क के नाम पर केवल भ्रष्टाचार हो रहा है। कमीशन के लिए कागजों में सड़कें बन रही हैं और बनी हुई सड़कों को कागजों में ही मरम्मत कर दी जा रही है। भ्रष्टाचार के इस खेल ने प्रदेश को पीछे धकेल दिया है।
श्री पटवारी ने कहा कि इस बजट में किसानों के लिए कोई राहत नहीं है। आज प्रदेश में 3000 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं, 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान और 6000 रुपए प्रति क्विंटल सोयाबीन के दाम के बिना किसान अपने घर का चूल्हा नहीं जला सकते, लेकिन सरकार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। फसल बीमा योजना, सीएम किसान कल्याण योजना जैसी घोषणाएं सिर्फ कागजों तक सीमित हैं। किसान लगातार कर्ज में डूब रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार को उनकी कोई चिंता नहीं है।
यह बजट जनता के लिए नहीं, बल्कि भाजपा के भ्रष्टाचार को बढ़ाने के लिए लाया गया है। यह कर्ज और कमीशन का बजट है, जिसमें आम जनता, किसान, युवा और महिलाएं पूरी तरह से ठगे गए हैं। कांग्रेस इस जनविरोधी सरकार के खिलाफ हर स्तर पर संघर्ष करेगी और जनता की आवाज बुलंद करेगी।
