नयी दिल्ली, (वार्ता) देश में आठ प्रमुख उद्योगों की वृद्धि दर जनवरी 2025 में सालाना आधार पर 4.6 प्रतिशत (अनंतिम) रही। जबकि दिसंबर 2024 में इन क्षेत्रों का उत्पादन सालाना आधार पर 4.8 प्रतिशत बढ़ा था। सरकार की ओर से शुक्रवार आंकड़े जारी किये गये।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जनवरी, 2025 में सीमेंट, रिफाइनरी उत्पाद, कोयला, इस्पात, उर्वरक और बिजली उत्पादन में वृद्धि दर्ज की गयी जबकि कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में गिरावट रही।
इन आठ उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में शामिल वस्तुओं के भार का 40.27 प्रतिशत हिस्सा है। इस बीच अक्टूबर 2024 के संशोधित अंतिम आंकड़ों के अनुसार इन आठ प्रमुख उद्योगों की वृद्धि दर 3.8 प्रतिशत रही । अप्रैल-जनवरी, 2024-25 के दस माह के दौरान इन प्रमुख उद्योगों के उत्पादन में एक साल पहले की इसी अवधि की तुलना में 4.4 प्रतिशत (अनंतिम) की वृद्धि दर्ज की गयी है।
आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष जनवरी में कोयला उत्पादन पिछले साल के इसी माह की तुलना में 4.6 प्रतिशत बढ़ा जबकि अप्रैल-जनवरी, 2024-25 के दौरान कोयला उत्पादन की वृद्धि 6.0 प्रतिशत रही। जनवरी में कच्चे तेल का उत्पादन 1.1 प्रतिशत गिरा और चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से जनवरी के दौरान इसके उत्पादन में सालाना आधार पर 2.0 प्रतिशत की गिरावट रही।
जनवरी, 2025 में गैस उत्पादन 1.5 प्रतिशत गिरा और अप्रैल से जनवरी, के दौरान इसका संचयी उत्पादन एक साल पहले इसी अवधि से 0.5 प्रतिशत ऊंचा रहा। पेट्रोलियम रिफाइनरी उद्योग के उत्पादन जनवरी में एक साल पहले की तुलना में 8.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी जबकि अप्रैल से जनवरी के दस माह में इसका उत्पादन एक साल पहले की इसी अवधि की तुलना में 3.3 प्रतिशत बढ़ा।
साल के पहले माह में उर्वरक उत्पादन की वृद्धि दर 3.0 प्रतिशत रही तथा अप्रैल से जनवरी, 2024-25 के दौरान उर्वरक उद्योग ने 1.7 प्रतिशत की वृद्धि की। इस्पात उत्पादन जनवरी, 2025 में 3.7 प्रतिशत और अप्रैल से जनवरी के दौरान 5.9 प्रतिशत बढ़ा।
सीमेंट उत्पादन जनवरी में सालाना आधार पर 14.5 प्रतिशत तथा अप्रैल से जनवरी, 2024-25 में 4.6 प्रतिशत बढ़ा।
बिजली उत्पादन जनवरी, 2025 में 1.3 प्रतिशत और अप्रैल से जनवरी, 2024-25 में 5.0 प्रतिशत ऊंचा रहा
