
15 दिनों से बंद हेल्पडेस्क, परेशान हो रहे ग्रामीण मरीज
छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल में ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के लिए बनाए गया हेल्पडेस्क इन दिनों लावारिस हालत में है। यहां पिछले 15 दिनों से यहां कोई कर्मचारी तैनात नहीं है। कर्मचारियों की जगह कुर्सी पर लावारिस कुत्तों का सामराज्य फैला हुआ है। हेल्प डेस्क में तैनात कर्मियों को अन्य कार्य लिया जा रहा है। इससे ग्रामीण मरीज इलाज के यहां वहां भटक रहे है।
दरअसल जिला अस्पताल में ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों की सुविधाओं के लिए हेल्प डेस्क काउंटर खोला गया था। इससे मरीज या उनके परिजन बीमारी से संबंधित डाक्टर और वार्ड तक पहुंच सके। यहां हेल्प डेस्क कुछ दिनों तक तो बाकायदा चालू रहा। कर्मियों ने मरीजों को डाक्टरों और वार्डों तक पहुंचाने में उनकी मदद की। इसके बाद इन कर्मियों को हेल्प डेस्क से अलग कर अन्य काम लिए जाने लगे। यहां एक ऐसे कर्मी की नियुक्ति कर दी गई। जिसे अस्पताल के डाक्टरों और वार्डों की तनिक भी जानकारी नहीं थी। मरीज के पूछने पर वह कर्मी का एक ही रटा रटाया डायलॉग था, ऊपर चले जाओ। ऊपर कहां जाना है, यह नहीं बता पाता था। इस तरह मरीज परेशान होते रहते थे। अब हेल्प डेस्क कर्मियों की तैनाती अन्य कार्यों कर दी गई है। इससे हेल्प डेस्क में कोई कर्मी नहीं दिखाई दे रहा है। आवारा होने के कारण अब यहां कुत्तों का कब्जा हो गया है। रात के समय यहां अक्सर कुत्ते बैठे दिखाई देते है। इस मामले में सीएस नरेश गुन्नाडे का कहना है कि इस मामले में आरएमओ से पूछा जाएगा। यदि ऐसा पासा जाता है, तो उन्हें नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
सात महीने से नहीं मिला वेतन
बताया जा रहा है कि हेल्प डेस्क में दो कर्मी तैनात किए गए थे। जो मरीजों को इलाज कराने में उनकी मदद करते थे। पिछले सात महीने से उन्हें सेलेरी नहीं मिली है। इस कारण इन कर्मियों की अन्य जगह तैनाती कर दी गई है। इसलिए हेल्प डेस्क बंद होने की कगार पर आ गया है। कर्मी सीएस, प्रबंधन को इस बात से अवगत करा चुके है। अब कर्मी जनसुनवाई में जाने का मन बना रहे है।
