रीवा: इस बार जिले में बहुत कम वर्षा हुई है, औषत से भी कम वर्षा होने के कारण फरवरी से ही जलसंकट जिले में गहराने लगा है. जल स्तर नीचे खिसकने से हैंडपम्प हवा छोडऩे लगे है. मरम्मत के अभाव में बंद पड़े हैंडपम्पो से पेयजल की आपूर्ति नही हो पा रही है.नहर में भी पानी न छोडऩे के कारण किसान परेशान है और किसानो की फसल सूख रही है. सिरमौर तहसील के देवास में पानी की समस्या को लेकर ग्रामीणो एवं किसानो ने देवास चौराहे पर सोमवार को जाम लगा दिया और नहर में जल्द पानी छोडऩे की मांग की. सिरमौर तहसील अन्तर्गत देवास मे इस समय पानी की भीषण किल्लत है, ग्रामीणजनों एवं किसानों के द्वारा कई बार जिला कलेक्टर, एस.डी.एम. एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को पानी की समस्या से अवगत कराया गया था और मांग की गई थी कि खेती-किसानी हेतु जल्द से जल्द नहर मे पानी छोड़ा जाय.
लेकिन आज तक किसानों की समस्या का निराकरण नही किया गया. जिससे देवास के आक्रोषित होकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के किसान नेता अखिलेश पटेल के अगुआई में हड़ताल शुरू कर दिया और देखते ही देखते किसानों ने चक्का जाम कर दिया. किसानों ने कहा कि पिछले 04 साल से नहर में पानी नहीं पहुंच रहा है. देवास चौराहे पर हड़ताल कर रहे किसानों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि उक्त मामले को तुरंत संज्ञान में ले अन्यथा किसान यूनियन बड़े आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी. नहर का पानी देवास क्षेत्र में नही पहुंच रहा है जिससे किसान परेशान है, कई बार शिकायत के बाद भी जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की नींद नही टूट रही है, कोई सुनवाई नही हो रही है.
बोरिंग पर लगाया जाय प्रतिबंध
भू-जल स्तर लगातार नीचे खिसकता जा रहा है, कम वर्षा होने के कारण जिले में जलसंकट अभी से गहराने लगा है. जबकि अप्रैल से जल संकट शुरू होता है पर इस बार अभी से यह स्थित निर्मित हो गई है. जिले भर में धड़ल्ले के साथ बोरिंग मशीन धरती का सीना चीर रही है. जल संकट को देखते हुए बोरिंग मशीनो पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता है. जिस तरह से ग्रामीण अंचल में पानी की कमी हो रही है लोग बोरिंग करा रहे है. हालत यह है कि फसल पानी के अभाव में सूख रही है, इसके लिये भी किसान खेतो में बोर कराने के लिये विवश हो रहे है.
हैंडपम्प मरम्मत कराने कलेक्टर ने दिये निर्देश
फरवरी के महीने से ही जलसंकट गहराने लगा है, कई जगह भूमि गत जल स्तर लगातार नीचे खिसका रहा है. जिसके कारण पेजलय की समस्या खड़ी हो गई है. जिले भर में हजारो हैंडपम्प बंद पड़े है, जिनकी मरम्मत नही कराई जा रही है. पानी की समस्या को देखते हुए कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कार्यपालन यंत्री पीएचई अभियान चलाकर खराब हैण्डपंपों का सुधार कराएं तथा हैण्डपंप सुधार से संबंधित सभी शिकायतों का निराकरण करें. गुढ़ उद्वहन सिंचाई परियोजना में मोटरपंप में खराबी के कारण पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई है. कार्यपालन यंत्री जल संसाधन तत्काल सुधार कार्य कराकर सिंचाई के लिए किसानों को पानी की आपूर्ति कराने के निर्देश दिये है