मुंबई, 14 मार्च (वार्ता) रंग और उमंग के त्योहार होली पर आधारित गीत श्रोताओं के बीच काफी पसंद किये जाते रहें हैं।
हिन्दी फिल्मों में होली पर आधारित गीतों की शुरूआत 1950 के दशक से मानी जाती है। उस दौर में रंग और उमंग के त्योहार पर आधारित कई फिल्में बनी जिनमें होली के गीत रखे गये थे। ये गीत आज भी उतने ही मकबूल हैं, जितने उस जमाने में हुए थे।
निर्माता-निर्देशक महबूब खान की वर्ष 1957 में प्रदर्शित फिल्म मदर इंडिया संभवतः पहली फिल्म थी, जिसमें होली का गीत ‘होली आई रे कन्हाई’ फिल्माया गया था। नरगिस,राजेन्द्र कुमार और सुनील दत्त अभिनीत इस फिल्म में होली के इस गीत का विशिष्ट स्थान आज भी बरकरार है।इसके बाद वर्ष 1959 में प्रदर्शित फिल्म नवरंग में भी होली का गीत ‘अरे जा रे हट नटखट’ फिल्माया गया।इस गीत से जुड़ा रोचक तथ्य है कि इसमें अभिनेत्री संध्या को गाने के दौरान लड़के और लड़की के भेष में एक साथ दिखाया गया था। सी. रामचंद्र के संगीत निर्देशन आशा भोंसले द्वारा गए भरत व्यास रचित इस सुंदर गीत को सिने प्रेमी आज भी नहीं भूल पाये है।
सत्तर के दशक में कई फिल्मों में होली पर आधारित गीत लिखे गये।इनमें राजेश खन्ना-आशा पारेख अभिनीत सुपरहिट फिल्म कटी पतंग प्रमुख है।आर.डी.बर्मन के संगीत निर्देशन में किशोर कुमार और लता मंगेशकर की आवाज में रचा बसा यह गीत ‘आज ना छोड़ेगे बस हमजोली खेलेगे हम होली’ में होली की मस्ती को दिखाया गया है ।इसी दशक में रमेश सिप्पी की ब्लॉकबस्टर फिल्म शोले में भी होली से जुड़ा गीत फिल्माया गया था।आर.डी.बर्मन के संगीत निर्देशन में अभिनेत्री हेमा मालिनी पर फिल्माया यह गीत ‘होली के दिन दिल खिल जाते हैं’ सिने दर्शक आज भी नही भूल पाये है।