जबलपुर:अभी गर्मी का मौसम ठीक तरीके से शुरू भी नहीं हुआ है और बिजली की आघोषित कटौती व ट्रिपिंग का सिलसिला शुरू हो गया है। रोस्टर के मुताबिक शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में दिनभर में दो से तीन बार बिजली की ट्रिपिंग हो रही है। जिसके चलते लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारों का यह भी कहना है कि शाम को जरूरत के समय बिजली की आपूर्ति कई जगह ठप हो जाती है या वोल्टेज संबंधी शिकायतें आने लगती है। इतनी शिकायतो के बाद भी जिम्मेदार अफसर इसे रोकने कोई पहल नहीं कर रहे है। जिसे लेकर लोगों में रोष रहता है
जिम्मेदार नहीं उठाते फोन
गर्मी अभी पूरे तरह से आई भी नहीं है और बिजली उपभोक्ताओं को परेशान करने लगी है। जिसको सुलझाने उपभोक्ताओं द्वारा संबंधित अधिकारियों को फोन भी मिलाया जाता है लेकिन उनकी तरफ से समस्या का निराकरण नहीं हो पाता है। कुछ घंटों के अंतराल में बिजली बकायदा गुल होती रहती है। इससे उपभोक्ता हलाकान है। सुबह के वक्त ट्रिपिंग होने से स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानी झेलनी पड़ती है।
कैसा हुआ है मेंटेनेंस
पूरे साल किए जाने वाले मेंटेनेंस की पोल गर्मी के मौसम में खुल जाती है। हालांकि शिकायतों के निराकरण के लिए बिजली कंपनियों ने चार घंटे का समय तय कर रखा है। लेकिन यह दावा हवा हवाई साबित हो रहा है। यही कारण है कि अफसर से लेकर फील्ड में काम करने वाले कर्मचारी बेपरवाह नजर आने लगे हैं।
तीन- तीन टीमें संभाग में
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर में लगभग पांच संभाग मौजूद हैं। प्रत्येक संभाग में अधिकतर तीन से चार टीमें हैं। जिसमें से एक लाइमैन, एक हेल्पर और एक ड्रायवर होता है। ऐसे में यदि उक्त संभाग में चार से अधिक स्थानों पर फॉल्ट आ जाए, तो शिकायतों का निराकरण नहीं हो पाता है। यही कारण है कि इलाकों में घंटों बिजली गुल रहती है। बिजली कम्पनी के अफसरों का दावा है कि गर्मी के चलते उपभोक्ताओं के यहां एकदम से लोड भी बढ़ा है।
इनका कहना है
बिजली की ट्रिपिंग कई प्रकार से होती है। कई बार झाड़ के गिर जाने से कई बार पशु पक्षियों के कारण सभी शिकायतों को बिजली विभाग द्वारा दूर किया जाता है।
गुलाब सिंह राजपूत, जूनियर इंजीनियर, एमपीएसईबी