कंठाल नदी में पानी नहीं, फिर भी प्यास बुझाने पहुंच रहे पक्षी

सुसनेर, 15 फरवरी. हमारे शहर का प्राचीन इतिहास सहेजकर रखने वाली जीवनदायिनी कंठाल नदी में इन दिनों पानी बिल्कुल भी नहीं है. लेकिन फिर भी अपनी प्यास बुझाने के लिए देशी विदेशी पक्षी पहुंच रहे है. वे नदी में हो रहे गड्ढों में भरे पानी से अपने कंठ को तर करने का प्रयास कर रहे हंै. इन पक्षियो में कुछ पक्षी स्थानीय होने के साथ ही अन्य जगहों से आए हुए भी शामिल है. यदि जिम्मेदार इस नदी में कुंडालिया बांध का जल छोड देते हैं तो हो सकता है कि इन पक्षियों के साथ ही मवेशियों को भी प्यास बुझाने के लिए पानी मिल जाए.

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ग्रीष्मकालीन सब्जियों की बुवाई के लिए यह उपयुक्त समय: कंषाना

Sat Feb 15 , 2025
भोपाल, 15 फरवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंषाना ने कहा है कि ग्रीष्मकालीन सब्जियों की पौध की तैयारी व बुवाई का यह उपयुक्त समय चल रहा है। बुवाई 15 फरवरी से 15 मार्च तक कर सकते हैं। ग्रीष्मकालीन सब्जियों लौकी, कद्दू, करेला, तोरई, […]

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