वर्ष 2016 के डकैती का 10 हजार रु का फरारी ईनामी बदमाश गिरफ्तार
नवभारत न्यूज
खंडवा। जिले की पुलिस पुरानी फाइलों से धूल झाडऩे में लगी हुई है। खंडवा जिले में अपराध कर दूसरे प्रदेशों में आजीविका की राह पकड़ ली थी। उन्हें भी खोज निकाला है। हरसूद थाने के एक बंजारे ने मर्डर कर दिया था। उसे 20 साल बाद जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया।
अब वर्ष 2016 के डकैती के दो आरोपियों को पकड़ा। एक पर 10 हजार रु एवं दूसरे पर 2 हजार रुपए के फरारी ईनामी बदमाश को राजस्थान से पकड़ा है। साल 2016 की रात में खंडवा शहर के मध्यक्षेत्र घासपुरा में स्थित बोहरा समाज के प्रतिष्ठित नागरिक गनी भाई बोहरा के घर में डकैती डाली थी। परिजनों को घायल भी कर दिया था।
जेल में बनी थी गैंग
एकप्रकरण में संदेही आरोपी बाबू वड्डर ने अपने 11 साथियों के साथ घटना करना स्वीकार किया था। आरोपी बाबू वड्डर पिता नागू राखुण्डे, जाति वड्डर उम्र 50 साल, निवासी राजीव नगर बुरहानपुर,हाल कबाड़ी नगर भुसावल से की गई पूछताछ के आधार पर सनावद, जावर, शिवपुर झकलाय, हरदा,घासपुरा खंडवा जैसे क्षेत्रों के लोगों की गैंग बनाई थी।
दो को पकड़ा
इनके अलावा थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा थाना मोघट रोड के 2000 रुपए के स्थाई इनामी वारंटी अल्ताफ उर्फ चिग्गा पिता मुस्तक कुरैशी निवासी रामेश्वर टेकड़ा थाना मोघट रोड को अजमेर राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है। सराहनीय भूमिका थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक अशोक सिंह चौहान, सउनि.भागवत लोखडे,प्र.आर. 55 रफीक,आर. 671 मिर्जा अफराज बेग की रही है।
अजमेर से खंडवा लाए
कई तो पकड़े गए, लेकिन प्रकरण में आरोपी सद्दाम पिता सईद निवासी सलुजा कालोनी खंडवा फरार था। फरार ईनामी वारंटी की तलाश के लिए एसपी ने टीम बनाई। आरोपी सद्द्दाम पिता सईद निवासी सलुजा कालोनी खंडया की तलाश की। आरोपी सद्दाम को अन्डर कोर्ट, अजमेर (राजस्थान) से अभिरक्षा में लिया गया। प्रकरण में आरोपी सद्दाम पिता सईद से पूछताछ करने पर जुर्म स्वीकार किया गया है। उस मामले मे भी आरोपी की गिरफ़्तारी की गई है।