जम्मू (वार्ता) केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
गांधी ग्लोबल फैमिली की ओर से आयोजित शांति दूत सम्मेलन को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा, “गांधीजी हमेशा सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों और मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध थे, जो समय और स्थान से परे हैं। वे आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने उनके जीवनकाल में थे। उन्होंने मतभेदों के शांतिपूर्ण समाधान और हर भारतीय की भलाई के लिए हमारा मार्गदर्शन किया है। आज हम जिस दुनिया में रह रहे हैं, वह संघर्षों का गवाह बन रही है। दुनिया के कई हिस्सों में चल रहे आक्रमण के कारण समाज विघटन का सामना कर रहा है। ऐसे परिदृश्य में शांति और अहिंसा की आवश्यकता गहराई से महसूस की जाती है। मुझे विश्वास है कि इस स्थिति में बापू के आदर्श मानवता को सही रास्ता दिखायेंगे।”
उन्होंने समाज के हर वर्ग से महात्मा गांधी के आदर्शों और मूल्यों के प्रति खुद को फिर से समर्पित करने तथा गरीबों, युवाओं, महिलाओं एवं किसानों के सशक्तिकरण के लिए एकजुट होने और विकसित भारत के सपने को साकार करने में अपना बहुमूल्य योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा , “पूज्य बापू ने एक बार कहा था कि उनके जीवन का मिशन हर आंख से आंसू पोंछना है। यह हमारा जीवन आदर्श होना चाहिए। वंचित वर्ग का कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और समाज की सामूहिक ताकत को सबसे गरीब लोगों को विकास की मुख्यधारा में लाना चाहिए।”
उपराज्यपाल ने गांधीवादी मूल्यों को बढ़ावा देने और सत्य, अहिंसा और सामाजिक सद्भाव के महान संदेश को फैलाने के अपने निरंतर प्रयासों के लिए गांधी ग्लोबल फैमिली जेएंडके की सराहना की।
गांधी ग्लोबल फैमिली जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष पद्म डॉ. एसपी वर्मा की मांग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने आश्वासन दिया कि पिछले अभ्यास के अनुसार पूरे जम्मू-कश्मीर में एक महीने तक गांधी जयंती समारोह जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मानवता बापू के आदर्शों पर चलकर ही जम्मू-कश्मीर, देश और दुनिया में शांति, सद्भाव और विकास का सही रास्ता और लक्ष्य प्राप्त कर सकती है।
इस अवसर पर गांधी ग्लोबल फैमिली की ओर से उपराज्यपाल को शांति दूत सम्मान से सम्मानित किया गया। उपराज्यपाल ने पद्मश्री पुरस्कार विजेताओं डॉ. एसपी वर्मा, प्रो. विश्व मूर्ति शास्त्री, डॉ. जितेंद्र उधमपुरी और रोमालो राम सहित मेधावी छात्रों और युवाओं को भी गांधी दूत सम्मान से सम्मानित किया। राष्ट्रपिता और भारत की आजादी के संघर्ष में सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया तथा गांधी जी के दृष्टिकोण, आदर्शों और दर्शन को बनाए रखने और बढ़ावा देने की शपथ भी दिलाई गयी।
उपराज्यपाल ने सेना के बहादुरों के परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया तथा देश की आजादी के लिए खुद को समर्पित करने वाले सभी नेताओं, सेनानियों और शहीदों को भी श्रद्धांजलि दी।