अबू धाबी/नयी दिल्ली (वार्ता) संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की यात्रा पर गए विदेश मंत्री डा0 एस जयशंकर ने बुधवार को दुबई के क्राउन प्रिंस और उप प्रधानमंत्री एवं रक्षा मंत्री शेख हमदान बिन मोहम्मद से मुलाकात की और उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से इस वर्ष अप्रैल में भारत आने का निमंत्रण दिया।
दुबई के क्राउन प्रिंस के कार्यालय से जारी बयान के अनुसार ”शेख हमदान को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से इस वर्ष अप्रैल में देश आने का आधिकारिक निमंत्रण मिला है। यह निमंत्रण भारत के विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने आज एचएच शेख हमदान के साथ बैठक के दौरान दिया।”
बयान में कहा गया ”डॉ. जयशंकर और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए एचएच शेख हमदान ने आर्थिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और विकासात्मक क्षेत्रों में यूएई और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंधों में निहित मजबूत संबंधों की पुष्टि की। उन्होंने यूएई के राष्ट्रपति एचएच शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और भारत के प्रधानमंत्री महामहिम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यूएई-भारत संबंधों के निरंतर विकास पर भी प्रकाश डाला।
बयान में कहा गया कि ”बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने अपने बहुआयामी द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के तरीकों की खोज की जिसमें दोनों देशों की भविष्य की आकांक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया। चर्चाओं में व्यापार प्रवाह और निवेश के अवसरों को बढ़ाने के लिए व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) का और अधिक लाभ उठाकर आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के महत्व पर जोर दिया गया।”
विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा ”दुबई के क्राउन प्रिंस और यूएई के डीपीएम और रक्षा मंत्री एचएच हमदानमोहम्मद से मिलकर खुशी हुई। ”दोस्ती के हमारे गहरे बंधनों और हमारे लोगों की भलाई के लिए उन्हें आगे बढ़ाने पर गर्मजोशी से बातचीत हुई।”
यूएई के रक्षा मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा ”आज मैंने भारत के विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर से मुलाकात की ताकि यूएई-भारत रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने और लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की जा सके।
उन्होंने कहा कि मुझे भारत के प्रधानमंत्री से अप्रैल में देश का दौरा करने का निमंत्रण मिलने पर खुशी हुई। हमारे नेतृत्व द्वारा निर्देशित हमारे देशों के बीच स्थायी संबंधों ने यूएई-भारत संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
उन्होंने पोस्ट में कहा ”हमारी साझेदारी द्विपक्षीय सहयोग के लिए एक अनुकरणीय मॉडल के रूप में कार्य करती है जो क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता में योगदान देती है।