इंदौर :शहर स्वच्छता का सिरमौर बनने के बाद अब ऊर्जा साक्षरता की दिशा में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। ऊर्जा स्वराज मिशन के तहत नगर निगम ने इसे “ऊर्जा साक्षर सिटी” बनाने का बीड़ा उठाया है। लेकिन इस मिशन को सिर्फ भाषणों तक सीमित रखने के बजाय महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने खुद मैदान में उतरकर मिसाल पेश की!महापौर भार्गव ने नगर निगम मुख्यालय के विभिन्न विभागों का औचक निरीक्षण किया और वहां बिना जरूरत जल रही लाइटों और घूम रहे पंखों को खुद बंद किया। उन्होंने कर्मचारियों को समझाया कि बिजली बचाना केवल आदत नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है! उन्होंने कहा, “बदलाव की शुरुआत घर से होती है, और अगर हम खुद बिजली बचाएंगे, तो शहर भी सीखेगा!”
महापौर भार्गव ने बताया कि ऊर्जा संरक्षण न केवल बिजली के बिल को कम करता है, बल्कि यह पर्यावरण बचाने का भी एक महत्वपूर्ण तरीका है। इस दौरान उनके साथ एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के प्रमुख डॉ. चेतन सोलंकी भी मौजूद थे।इंदौर पहले ही स्वच्छता में नंबर वन बनकर देश को प्रेरित कर चुका है, और अब इस ऊर्जा बचत अभियान के जरिए एक और मिसाल कायम करने की ओर बढ़ रहा है।