ग्वालियर:नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा अंतर्गत मुरार नदी किए जा रहे जीर्णोद्धार के संबंध में नगर निगम आयुक्त ने समीक्षा बैठक की। बैठक में मुरार नदी के कार्य में आ रही कठिनाइयों एवं अतिक्रमण संबंधी समस्या का निराकरण शीघ्र करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री शालिनी सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।बाल भवन के टीएलसी कक्ष में आयोजित बैठक में नगर निगम आयुक्त ने मुरार नदी के जीर्णोद्धार के कार्य में आ रही कठिनाइयों की जानकारी संबंधित अधिकारियों से ली। जिसमें सबसे ज्यादा मुरार नदी के दोनो तरफ किए गए अतिक्रमण संबंधी की जानकारी अधिकारियों ने दी।
निगमायुक्त ने छोटी-छोटी समस्याओं का शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए तथा अतिक्रमण के संबंध में निर्देशित किया कि शीघ्र ही पूरी टीम के साथ स्थल निरीक्षण कर अतिक्रमण की जगहों को चिन्हित किया जाएगा। इसके बाद ही प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।विदित हो कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के अंतर्गत मुरार नदी का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। मुरार नदी का रमौआ बांध से जडेरूआ बांध तक लगभग 12 किलोमीटर के क्षेत्र का जीर्णोद्धार किया जाएगा। जिसमें नदी के दोनो तरफ पाथ वे, सडक, वॉल, तार फेंसिंग, टॉयलेट, फुब्बारे आदि बनाकर नदी को पुराने स्वरूप में लाया जाएगा।
कार्यपालन यंत्री संविदा डॉ. यादव बने नोडल अधिकारी
कार्य सुविधा एवं प्रशासनिक दृष्टि से कार्यपालन यंत्री संविदा डॉ. अतिबल सिंह यादव को नमामि गंगे मिशन अंतर्गत मुरार नदी के जीर्णोद्धार कार्यों के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है तथा उनके वर्तमान कार्य यथावत रहेंगे एवं प्रदीप सिंह जादौन कार्यपालन यंत्री उक्त दायित्व से मुक्त रहेंगे एवं उनके शेष दायित्व यथावत रहेंगे।